गुंडागर्दी करे वाले दरोगा अउर 4 सिपाहियन पर केस दर्ज : कोल्ड ड्रिंक के पईसा मांगे खाती पुलिसकर्मी दोकानदार के मारपीट कईले
एसएसपी सभके निलंबित क देहले
गोरखपुर के खोराबार के कुस्मही जंगल में स्थित वन विभाग के विनोद वन पार्क में कैंटीन चलावे वाला धीरज यादव के सिर्फ ए चलते सिपाही पिटाई कईले, काहेंकी उ कोल्ड ड्रिंक खाती पईसा के मांग कईले रहले। जवना में धीरज के माथा फाट गईल रहे।
गुरुवार के देर रात एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा के निर्देश प खोराबर पुलिस निवासी धीरज यादव के शिकायत प आरोपी इंस्पेक्टर राधेश्याम सेहरा, हवलदार धीरज, अजय, गुलशन, नादिर अली के खिलाफ मारपीट अवुरी बगावत के आरोप में मुकदमा दर्ज क देलस|
जब युवक के पिटाई के मामला सोझा आईल। त एसएसपी निरीक्षक अवुरी चार सिपाही के तत्काल प्रभाव से निलंबित क के विभागीय जांच शुरू क देलस।
इ रहल घटना
धीरज खोराबर इलाका के विनोद वान पार्क में वन विभाग के ओर से आवंटित कैंटीन चलावेले। आरोप बा कि सोमवार 30 मई 2022 के सबेरे 10.30 बजे पुलिस अधिकारी राधे श्याम सेहरा अपना कैंटीन पहुंचले। इंस्पेक्टर दोकानदार से कोल्ड ड्रिंक लेके बईठ के पी लिहले। जब इंस्पेक्टर जाए लागल त दोकानदार ओकरा से कोल्ड ड्रिंक के पईसा मंगलस। इ बात इंस्पेक्टर के पूरा तरह से चिढ़ गईल रहे। इंस्पेक्टर पईसा ना देले लेकिन दोकानदार के देखे के धमकी देत चल गईले। पीड़िता के मुताबिक एकरा बाद शाम करीब 5 बजे थाना के चार सिपाही गुलशन, धीरज, अजय, नादिर उनुका कैंटीन पहुंचले। उ लोग दोकानदार प झूठा आरोप लगा के पईसा के मांग करे लगले अवुरी विरोध कईला प लात मार के लाठी से बहुत मारपीट कईले। जवना में उनुकर माथा भी टूट गईल रहे अवरू लाश प भी गंभीर चोट लागल रहे।
थाना से भी भगा दिहल गईल
युवक थाना में शिकायत दर्ज करवलस, लेकिन उहाँ मौजूद एगो अवुरी इंस्पेक्टर ओकरा के पीट-पीट के तहरीर के वापस क देले। उनुका संगे गईल बघिया निवासी अशोक नाम के एगो युवक उनुका के थाना में बईठा देलस। कुछ समय बाद दुनो युवक के तहरीर वापस देके थाना से बाहर फेंक दिहल गईल अवुरी ए लोग के काम तक ना करावल गईल। जवना के बाद युवक तहरीर के सपा सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई अवरू एसएसपी के सीयूजी नंबर व्हाट्सएप के माध्यम से भेजले रहे। दोसरा तरफ 30 मई के देर रात एसएसपी घोर लापरवाही, उदासीनता, आलस्य, अनुशासनहीनता अवुरी कर्तव्य के प्रति मनमानी के आरोप में निरीक्षक अवुरी चारो पुलिसकर्मी के निलंबित क देहलें।
Comments are closed.