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World Lung Cancer Day: अगर राउर शरीर इ 5 संकेत दे रहल बा त समझीं कि फेफड़ा के कैंसर शुरू हो गइल बा! तुरंत पहचान करीं, जान बचावल जा सकता

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वेबएमडी के अनुसार फेफड़ा के कैंसर एगो प्रकार के कैंसर हs जवन फेफड़ा में कोशिका सब के असामान्य बढ़ती के रूप में शुरू होला जेह में तुरंत लच्छन ना लउके ला।

फेफड़ा के कैंसर के पहिला चरण में कैंसर फेफड़ा से बाहर ना फइले, एहसे जदी तुरंत लक्षण के पहचान हो गइल तs ए बेमारी के इलाज कइल जा सकता।

आज यानी 1 अगस्त के विश्व फेफड़ा कैंसर दिवस के रूप में मनावल जाला। ई दिन दुनिया भर के लोग के फेफड़ा के कैंसर से सचेत करेला मनवाल जाला । फेफड़ा के कैंसर दुनिया भर में कैंसर से जुड़ल मौत के प्रमुख कारण बा। एक अगस्त के फेफड़ा के कैंसर दिवस के रूप में मनावे के मकसद फेफड़ा के कैंसर से जुड़ल जोखिम के बारे में जागरूकता फइलावल बा, जवना में धूम्रपान, पर्यावरण के कारक आ जीवन प्रत्याशा के आनुवंशिक प्रवृत्ति शामिल बा। कैंसर एगो जानलेवा बेमारी हs, जदी समय पs ए बेमारी के पता चलल तs जान बचावल जा सकता। फेफड़ा के कैंसर एगो अइसन बेमारी हs जवना के मरीजन के संख्या तेजी से बढ़ रहल बा। दुनिया भर में कैंसर से होखे वाला मौत के प्रमुख कारण फेफड़ा के कैंसर बा।

फेफड़ा के कैंसर एगो अयीसन बेमारी हs जवना खातीर खराब खानपान, बढ़त तनाव, धूम्रपान, खराब जीवनशैली आ वायु प्रदूषण जिम्मेदार बा। भारत में फेफड़ा के कैंसर के मरीजन के संख्या तेजी से बढ़ रहल बा। फेफड़ा के कैंसर अइसन समस्या हs जवना के लक्षण बहुत आसानी आ जल्दी ना देखाई देवेला, जब तक लक्षण देखाई देवेला तब तक काफी देर हो जाला।

पुरुष में जादा होखेवाला ए कैंसर के रोके खातीर धूम्रपान से परहेज कइल बहुत जरूरी बा आ शरीर में देखाई देवे वाला कुछ लक्षण के समझल भी जरूरी बा। जदी समय रहते लक्षण समझ आ गइल तs ए कैंसर से बचाव हो सकता। बतावल जाव कि फेफड़ा के कैंसर के कारण का होला आ एकर छिपल लक्षण के पहचान आ रोकथाम के तरीका कइसे कइल जा सकेला।

फेफड़ा के कैंसर के कारण का होला?

फेफड़ा के कैंसर एगो प्रकार के कैंसर हवे जे फेफड़ा में कोशिका सब के असामान्य बढ़ती के रूप में शुरू होला। फेफड़ा शरीर के एगो महत्वपूर्ण अंग हs, जवना के मदद से हमनी के सांस लेवेनी। धूम्रपान करेवाला लोग में ए कैंसर के खतरा जादे होखेला। धूम्रपान के लंबा समय आ सिगरेट के संख्या बढ़ला से फेफड़ा के कैंसर के खतरा बढ़ जाला। भले ही कवनो आदमी 10 साल तक धूम्रपान करेला आ बाद में ई आदत छोड़ देवे, बाकी तबहूँ ओ आदमी के फेफड़ा के कैंसर होखे के खतरा बनल रहेला। फेफड़ा के कैंसर ओ लोग में भी हो सकता, जवन कि कबहूँ धूम्रपान ना कइले होखे।

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