कलम विद्रोह कर देवे त सिंहासन डोल उठेला: अनिल चौबे

Anurag Ranjan

विजयीपुर: प्रखंड के मुसेहरी बाजार के आदर्श मध्य विद्यालय के प्रांगण में अतवार के “कलरव में राग अमंद” नाम के पद्द काव्य पुस्तक के विमोचन समारोह अयोजित कइल गइल। एह अवसर पर प्रखंड के पटखौली के माटी के सपूत अनिल चौबे कहलें कि जदि कलम विद्रोह कर देवे त सिंहासन डोल उठेला। ऊ कहलें कि मुसेहरी के सुभाष पांडेय के काव्य रचना कलरव में राग अमंद भोजपुरी साहित्य के अनमोल धरोहर हs।

कार्यक्रम के दौरान ऊ कहलें कि विमोचन के अर्थ होला जांच-परख। आज के समय में भोजपुरी में जहां बोले में आम लोग सरम करेला। एह कठिन दौर में पांडेय जी के रचना मील के पत्थर साबित होई।

विमोचन समारोह के संबोधित करत काव्य रचनाकार सुभाष पांडेय कहलें कि आज भोजपुरी गीत कविता में जवन कलरव समाइल बा ओसे भोजपुरी के साख गिरल बा। एहिसे हम एकरा से अलग हटके सोचनी कि काहे ना एगो अइसन पुस्तक के रचना कइल जाव जवन अपना अतीत के समृद्ध भोजपुरी साहित्य के दोबारे स्थापित कर सके आ ज्ञान वर्धनो करे। ऊ कहलें कि कविता अंतरात्मा से प्रकट होला। कविता एगो विशेष मन के दशा में लिखल जात बा। देवरिया से आइल कवि आशुतोष त्रिपाठी कहलें जदि राष्ट्र के बचावे के जिम्मेदारी कवियन के बचावे के जिम्मेवारी गांव के आ गांव में बसल लोगन के बा।

समारोह के अध्यक्षता कर रहल अखिलेश पांडेय कहलें कि जवना देस में नारी के रक्षा पशु-पक्षी करत होखे ओह राष्ट्र के इतिहास के का जाने के बा। इहां तुलसी आ कबीर जइसन महाकवि अवतरित भइल बा। जे अपना रचना आ एकर पात्रन के अवतार बनाके महान राष्ट्र के गुण गाथा लिखल बा।

समारोह में ख्यातिप्राप्त कवि अनिल चौबे, आशुतोष त्रिपाठी, अखिलेश पांडेय, अमूल्य रत्न शुक्ल युगानी, गंगेश्वर तिवारी, सोमेश्वर नाथ तिवारी उर्फ बबुआ जी, सुरेंद्र ओझा, राजेश पांडेय, कृष्ण कुमार, कवि अभय त्रिपाठी, रविनंदन सैनी, भावेश अंजना, अनुपम तिवारी, अभिनंदन राय, विनोद सिंह, तारकेश्वर दुबे आदि मवजूद रहल लो।

Share This Article
Content Creator
Follow:
सिविल इंजीनियर, भोजपुरिया, लेखक, ब्लॉगर आ कमेंटेटर। खेल के दुनिया से खास लगाव। परिचे- एगो निठाह समर्पित भोजपुरिया, जवन भोजपुरी के विकास ला लगातार प्रयासरत बा। खबर भोजपुरी के एह पोर्टल पs हमार कुछ खास लेख आ रचना रउआ सभे के पढ़े के मिली। रउआ सभे हमरा के आपन सुझाव anuragranjan1998@gmail.com पs मेल करीं।