काशी विश्वनाथ मंदिर में फेरु फर्जीवाड़ा पकड़इल, एगो टिकट से कई लोगन के होत रहे एंट्री
बारह ज्योतिर्लिंग में से एगो काशी विश्वनाथ मंदिर में आसान दर्शन टिकट के नाम पे बड़का जालसाज पकड़ल गइल बा। चार जने के पुलिस गिरफ्तार क लेले बिया। इ लोग मूल टिकट के नंबर पे फर्जी टिकट बनावत रहले।
बारह ज्योतिर्लिंग में से एगो काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के टिकट के नाम पे बड़का जालसाज पकड़ल गइल बा मूल टिकट के नंबर पे फर्जी टिकट बना के लोग के मंदिर में घुसे दिहल जात रहे। मंदिर के हेल्प डेस्क पे तैनात एगो कर्मचारी भी जालसाज में शामिल रहे। चार जने के खिलाफ मामला दर्ज हो गईल बा। तीन जने के गिरफ्तार कर लिहल गइल बा। नया ऐप के लॉन्च अवुरी क्यूआर कोड स्कैनिंग के शुरूआत के बाद मामला सोझा आईल। मानल जाता कि इ जालसाजी बहुत दिन से होखत रहे अवुरी मंदिर के राजस्व में धोखा होखत रहे।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के बनले के बाद से देश भर से भारी संख्या में श्रद्धालु लोग इहाँ आवे लागल बा। रोज लाखों लोग विश्वनाथ मंदिर में सिर्फ दर्शन अवुरी पूजा खातीर आवतारे। मंदिर में भारी भीड़ से बचे खातिर लोग सुगम दर्शन के टिकट लेके भी मंदिर में आवेला।
पिछला कुछ दिन से मंदिर के अधिकारी लोग के सुगम दर्शन V के फर्जी टिकट के जानकारी मिलत रहे। ऑनलाइन अवुरी ऑफलाइन दुनो टिकट के मुद्दा के चलते धोखाधड़ी पकड़ल मुश्किल होखत जात रहे। एकरा खातीर मंदिर प्रशासन अवुरी डीसीपी सुरक्षा के टीम एगो विशेष योजना पे काम कईलस।
मंदिर प्रशासन आईटी विशेषज्ञ के मदद लेके जालसाजी के देखलस। एगो गोपनीय सुरक्षा ऐप तइयार कइल गइल। एह ऐप से स्कैन कइल टिकट के इस्तेमाल एक बेर ही कइल जा सकत रहे। एह एप्लीकेशन के खासियत इ बा कि एक बेर टिकट के एक जगह स्कैन कईला के बाद दूसरा प्रवेश द्वार पे वैध टिकट के रूप में देखावल जाई। एह ऐप के जानकारी गोपनीय राखल गइल रहे। गेट पे तैनात कर्मचारी के ही ओ ऐप लॉगिन करे दिहल जात रहे।
मंगलवार के ए ऐप से टिकट के स्कैनिंग के दौरान पाता चलल कि एकही टिकट के इस्तेमाल एकही समय में अलग-अलग एंट्री गेट पे होखता। मान कि टिकट प्रिंट कराके दर्शनार्थियन के दलाल कुल के मंदिर में प्रवेश करावत रहले। बतावल जाता कि मंदिर के बगल में दोकानदार अवुरी दलाल के ओर से टिकट के एडिट क के बहुत टिकट बनावल जाता। बहुत ग्राहक के नकली टिकट के संगे अलग-अलग प्रवेश द्वार से मंदिर के भीतर प्रवेश दिहल जात रहे।
मंदिर प्रशासन के प्रथमदृष्टया पावल गइल कि एह में मुख्य रूप से चार लोग शामिल बा। एकरा बाद मुख्य कार्यकारी अधिकारी के निर्देश पे हेल्पडेस्क प्रभारी शुभम पाण्डेय, अरुण पांडेय, इरफान हैदर अवुरी शुभम अधिकारी के खिलाफ चौक थाना में मामला दर्ज करवले।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी के मुताबिक सुरक्षा ऐप लॉन्च भईला के बाद इ जालसाज पकड़ल गईल बा। जांच पुलिस के सौंप दिहल गईल बा। हेल्पडेस्क के एगो आउटसोर्सिंग वर्कर के शामिल होखे के भी जांच कईल जाता। एकरा संगे दलाल अवुरी दोकानदार के भी शामिल होखे के संभावना बा। जांच में आरोपी लोग के खिलाफ कड़ा कार्रवाई अवुरी कानूनी कार्रवाई कईल जाई।
साभार- हिंदुस्तान
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