3 साल ले इस्तेमाल नाहीं कइले बानी सोशल मीडिया, तs डिलीट हो जाई अकाउंट! सरकार ला रहल बा नया नियम

Minee Upadhyay

सरकार सोशल मीडिया यूजर के पर्सनल डाटा के सुरक्षा के लेके गंभीर बिया। जल्दिए सोशल मीडिया कंपनी के अपना सिस्टम से ओह भारतीय यूजर के खाता आ पर्सनल डाटा पूरा तरह से हटावे के पड़ी जे 3 साल से ओह लोग के खाता के इस्तेमाल नइखे करत। अइसन यूजर डाटा सुरक्षा के लेके जल्दिए अउरी कई गो नया नियम ले आवल जा सकेला। एह साल अगस्त में डिजिटल पर्सनल डाटा प्रोटेक्शन एक्ट (डीपीडीपी एक्ट) के प्रस्ताव के मसौदा बनावल गइल रहे जवना में यूजर डाटा सुरक्षा के लेके अइसन अउरी कई गो प्रावधान शामिल बा। जल्दिए ई मसौदा सगरी स्टेकहोल्डर्स के भेजल जाई।

ई-कॉमर्स कंपनी खातिर भी नियम

सोशल मीडिया प्लेटफार्म के अलावे इs नियम अमेजन, फ्लिपकार्ट, रिलायंस डिजिटल आदि सभ ई-कॉमर्स वेबसाइट पs भी लागू हो सकता। एतने ना, ऑनलाइन मार्केटप्लेस, गेम होस्टिंग प्लेटफार्म आदि के भी एह नियम के दायरा में ले आवल जा सकेला।

एह नियम में प्रयोगकर्ता लोग के निजी आ गैर-व्यक्तिगत डेटा के इस्तेमाल कहाँ आ कइसे कइल जाई, एह से संबंधित प्रावधान सभ के भी सामिल कइल गइल बा। रिपोर्ट के मुताबिक मसौदा बनावल गईल नया नियम स्वास्थ्य सेवा पेशेवर, नैदानिक ​​अवुरी चिकित्सा संस्थान, स्वास्थ्य सेवा, मानसिक स्वास्थ्य सेवा प भी लागू होई। एह मसौदा में उपयोगकर्ता के स्वास्थ्य रिकार्ड के इस्तेमाल खाली साक्ष्य आधारित शोध आदि खातिर जनहित खातिर करे के प्रावधान बा।

नयका यूजर डाटा प्रोटेक्शन नियम के मसौदा से केंद्र सरकार, राज्य सरकार अवुरी कवनो स्थानीय प्राधिकरण के ओर से स्थापित ओ शैक्षणिक संस्थान के छात्र के शैक्षणिक रिकॉर्ड के बारे में जानकारी साझा करे के इजाजत मिली। शैक्षिक संस्थान खाली शोध आ वैज्ञानिक आ तकनीकी शिक्षा के उद्देश्य से उपयोगकर्ता के निजी डेटा ले पहुँच सकेली।

डेटा लीक होखे खातिर कड़ा नियम

एकरा अलावे कवनो डेटा लीक के स्थिति में डेटा के संभाले वाला संगठन के 72 घंटा के भीतर ए उल्लंघन से जुड़ल सबूत के डेटा प्रोटेक्शन बोर्ड के सोझा पेश करे के होई अवुरी बतावे के होई कि कवना परिस्थिति में डेटा लीक भईल बा। नया डेटा प्रोटेक्शन नियम में कंपनी आ ब्यक्ति सभ के अपना डेटा के कनेक्ट करे, प्रबंधित करे आ इस्तेमाल करे से पहिले कौनों भी यूजर से सहमति लेवे के पड़ी आ ई बतावे के पड़ी कि प्रयोगकर्ता के डेटा कवना मकसद से एकट्ठा कइल जा रहल बा।

 

 

 

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भोजपुरी पत्रकारिता में 2 साल से काम कइला के अनुभव। भोजपुरी में समाचार लिखे के गहिराह जानकारी के संगे फिलिम, मनोरंजन, स्पेशल स्टोरी आदि सेगमेंट्स के खबरन के पढ़े खातिर हमरा संगे बनल रही खबर भोजपुरी पs।