सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में संजना आ आँचल विजयी
अइसन प्रतियोगिता लइकन के मनोबल के बढ़ावेला- बीईओ ब्रह्मपुर
गोरखपुर: स्वस्तिका सेवा संस्थान गोरखपुर के ओर से उच्च प्राथमिक विद्यालय विश्वनाथपुर, ब्रह्मपुर में विजय शंकर पाठक स्मृति छात्रवृत्ति सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के आयोजन कइल गइल। प्रतियोगिता में प्राथमिक विद्यालय विश्वनाथपुर आ उच्च प्राथमिक विद्यालय विश्वनाथपुर के 100 से जादे लईका प्रतिभाग कइल लो।
सामाजिक विकास से जुडल स्वस्तिका सेवा संस्थान दुगो वर्ग खातिर प्राथमिक जेमे कक्षा 5 तक आ जूनियर कक्षा 8 तक के लईकन खातिर प्रश्नपत्र देलस। प्रतियोगिता में हर वर्ग में पहिला स्थान प्राप्त करे वाला के 1000 रुपिया, दूसरा स्थान प्राप्त करे वाला के 700 रुपिया आ तृतीय स्थान प्राप्त करे वाला के 500 रुपिया के नकद पुरस्कार आ प्रमाणपत्र देके सम्मानित कइल गइल। दुनो वर्गन में पहिला दस स्थान प्राप्त करे वालन के सांत्वना पुरस्कार प्रमाण पत्र दिहल गइल।
संस्था के महामंत्री रण विजय पाठक स्मृति शेष विजय शंकर पाठक के स्मृति में उच्च प्राथमिक विद्यालय विश्वनाथपुर के लईकन के राष्ट्रीय आय आ योग्यता आधारित छात्रवृत्ति के तइयारी खातिर 10 पुस्तकन के भेंट कइलें।
प्रतियोगिता में सामिल सब प्रतिभागियन के संबोधित करत खंड शिक्षा अधिकारी ब्रह्मपुर भारत भूषण जायसवाल कहलें कि संस्था द्वारा एह प्रतियोगिता खातिर ग्रामीण आ परिषदीय लईकन के चुनाव कइल बहुते सराहनीय बा। लईकन के उत्साहित करत बीईओ कहलें प्रतियोगिता हमनी के मनोबल के बढावेला। हमनी के आउर अच्छा करे के प्रेरणा देला। पुरस्कार आ प्रमाणपत्र के हमनी के कबो भूल ना पावेनी सs। रउआ सब अइसही मन लगाके आ तन्मयता से आपन ज्ञानार्जन करत रहीं। निश्चित तौर पs लईकन के भविष्य उज्जवल बा।
प्रतियोगिता परिणाम घोषित करत संस्था के महामंत्री बतवलें कि जूनियर वर्ग में पहिला स्थान आंचल, दूसरा स्थान काजल, तीसरा स्थान अंजनी के प्राप्त भइल बा। ओहिजा प्राथमिक वर्ग से पहिला स्थान संजना, दूसरा स्थान प्रिया आ तीसरा स्थान काजल के मिलल बा।
एह प्रतियोगिता के सम्पन्न करावे में स्वास्तिका सेवा संस्थान के पदाधिकारी, स्वयंसेवकन के अलावे विकास खंड ब्रह्मपुर के शिक्षक संगठन के मंत्री डॉ० चन्द्रभूषण तिवारी, डॉ० प्रतिमा मिश्रा, श्वेता उपाध्याय, अपूर्वा, राकेश कुमार ,अभय कुमार पाठक, श्रीमती सोना समेत सब अनुदेशक, गणमान्य ज़न के सराहनीय भूमिका रहल।
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