हिमाचल में बाढ़ से आक्रोश : मनाली-लेह राजमार्ग और 87 रूट बंद, तीन दिन तक भारी बारिश के चेतावनी
हिमाचल प्रदेश पुलिस के कहना बा कि भारी बरखा के चलते चंद्रभाग नदी के जलस्तर बढ़ गइल बा । लहौल आ स्पीटी जिला के दू जगहा पर झटका बाढ़ आ जिंग जिंगबर के लगे मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग 3 पर पानी आ मलबा हो गइल ।
हिमाचल प्रदेश में कई दिन से भइल भारी बरखा के चलते बाढ़ के स्थिति पैदा हो गइल बा। राज्य के अलग-अलग जगह पs अचानक आइल बाढ़ आ भूस्खलन के चलते मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग आ 87 अउरी सड़क बंद हो गइल बा।
एकरा संगे-संगे अगिला तीन दिन तक मूसलाधार बरखा के संभावना बा आ मौसम विभाग 7 आ 8 अगस्त के ऑरेंज अलर्ट जारी कs देले बा। एकरा संगे-संगे उत्तराखंड में केदारनाथ धाम में फंसल आ राह में फंसल लोग के निकाले के काम मौसम साफ होखला के बाद तेजी से बढ़ल बा।
हिमाचल प्रदेश पुलिस के कहना बा कि भारी बरखा के चलते चंद्रभाग नदी के जलस्तर बढ़ गइल बा। लहौल आ स्पीटी जिला के दू जगहा पर झटका बाढ़ आ जिंग जिंगबर में लगे मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग 3 पर पानी आ मलबा हो गइल। एकरा चलते आगे के आदेश तक दरचा आ सरचू पुलिस चेकपोस्ट पs यातायात बंद कs दिहल गइल।
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) राजमार्ग से मलबा हटावे में व्यस्त बा। मौसम विभाग पूरा राज्य में खास तौर पs कांगड़ा, हमीरपुर आ चाम्बा जिला में भारी बरखा के चेतावनी देले बा आ खराब मौसम के लेके दु दिन से ऑरेंज अलर्ट जारी कइले बा। राज्य के दोसरो हिस्सा खातिर येलो अलर्ट जारी कइल गइल बा।
केदारनाथ रूट पर फंसल अउरी 1401 यात्रियन के बचा लिहल गइल
केदारनाथ पैदल मार्ग पs भइल भारी बरखा के बाद अलग-अलग जगह पs फंसल यात्री आ स्थानीय लोग के बचाव पांचवा दिन जारी रहल। सोमार के दिने 1401 लोग के बचावल गइल। एमआई-17, चिनूक व अन्य हेलीकॉप्टर से 645 यात्री आ स्थानीय लोग के निकालल गइल, 584 लोग के पैदल, 172 लोग के भीमबली-लिंचोली-चौमासी मार्ग से निकालल गइल। पांच दिन में 11,775 यात्रियन के बचावल जा चुकल बा।
गुजरात के नवसारी-वलसाद के कई इलाका डूब गइल
गुजरात के नवसारी आ वलसाद जिला में भारी बरखा हो रहल बा। कई गो निचला इलाका में पानी भर गइल बा। एह इलाका से एक हजार से अधिका लोग के सुरक्षित जगहा पर ले जाइल गइल बा। नवसारी जिला के खेरगम तालुका में सोमार के दिने सबेरे छह बजे ले पिछला 24 घंटा में 229 मिमी बरखा भइल। वालसाद जिला में औरंग नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रहल बिया।
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