स्वतंत्रता दिवस के मउका पs Google देश के समृद्ध कपड़ा विरासत के दिहलस श्रद्धांजलि, बनवलस इ खास Doodle
देश में आजु भारत के आजादी के 76 साल पूरा होखे के जश्न मनावल जा रहल बा। गूगल डूडल भी देश के समृद्ध कपड़ा धरोहर के श्रद्धांजलि देके एह खास मौका के मनावत बा। आज डूडल भारत के कपड़ा आ देश के पहचान से ओकर गहिराह जुड़ाव के जश्न मनावेला।
देश में आजु भारत के आजादी के 76 साल पूरा होखे के जश्न मनावल जा रहल बा। गूगल डूडल भी देश के समृद्ध कपड़ा धरोहर के श्रद्धांजलि देके एह खास मौका के मनावत बा। आज डूडल भारत के कपड़ा आ देश के पहचान से ओकर गहिराह जुड़ाव के जश्न मनावेला। आजु के डूडल के चित्रण नई दिल्ली के अतिथि कलाकार नम्रता कइले बाड़ी। 1947 के आजु के दिन भारत अंग्रेज शासन से आज़ाद हो गइल आ एगो नया दौर शुरू भइल।
एह ऐतिहासिक दिन के महत्व बतावत गूगल डूडल अपना पेज पs साझा कईलस कि, ‘आजादी के ए पहिला दिन के मौका पs हर साल दिल्ली के लाल किला में झंडा फहरावे के समारोह आयोजित कईल जाला, जवना में प्रधानमंत्री एह… नागरिक राष्ट्रगान गावेले आ स्वतंत्रता आन्दोलन के नेता लोग के याद करेले। स्वतंत्रता सेनानी लोग के बारे में फिलिम सभ के प्रसारण होला आ स्कूल सभ में बिबिध सांस्कृतिक कार्यक्रम सभ के आयोजन होला, जवना में लइका-लइकी नाटक आ प्रतियोगिता में भाग लेलें।
एह डूडल के रचनात्मक प्रक्रिया के बारे में बोलत नम्रता कहली कि, ‘वस्त्र शिल्प रूप के पहचान: भारत में मौजूद विविध कपड़ा शिल्प रूप के शोध अवुरी पहचान कईले। हम तकनीक के एगो व्यापक स्पेक्ट्रम के कवर करे के कोशिश कइनी जवना में कढ़ाई, विभिन्न बुनाई शैलियों, मुद्रण तकनीक, प्रतिरोध-रंगाई तकनीक, हाथ से पेंट कपड़ा आ अउरी बहुत कुछ शामिल बा। एकरा अलावे हम इ सुनिश्चित कईल चाहत रहनी कि हम देश के अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्र के संतुलित तरीका से प्रतिनिधित्व करीं।”
रचनात्मक प्रक्रिया के दौरान एकर सर्वांगीण लक्ष्य भारत के कपड़ा आ देश के पहचान से ओकर गहिराह जुड़ाव के सम्मान आ जश्न मनावल रहे। हमार उम्मीद रहे कि एह कलाकृति के माध्यम से हम भारत के कपड़ा परंपरा के समृद्ध सांस्कृतिक विरासत अवुरी कलात्मक प्रतिभा के उजागर क सकेनी अवुरी Google Doodle प्लेटफॉर्म के माध्यम से कुछ अयीसन बना सकीले जवन कि दर्शक के पसंद आई।”
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