पटना। नीतीश कुमार कैबिनेट के गठन हो गइल बा। मुख्यमंत्री के छोड़के कुल 26 गो मंत्री बनावल गइल बा लोग। विधायक के संख्या के हिसाब से कैबिनेट में कुल 36 सदस्य (मुख्यमंत्री सहित) हो सकेला। एह हिसाब से अभी नव गो आउर मंत्री बनावे के गुंजाइश बचल बा।
एनडीए नेतृत्व के तरफ से कैबिनेट के पहिलका विस्तार के कवनो तारीख तय नइखे। बाकिर “उम्मीद पs दुनिया टिकल बा” वाला कहावत के सहारे जे विधायक मंत्री ना बन सकल लोग, ऊ नव खाली सीटन पs नजर गड़वले बा लोग।
एनडीए विधायक दल में कुल 202 सदस्य बा लोग। एह में से 22 गो के नीतीश कैबिनेट में जगह मिलल बा। चार गो विधान परिषद के सदस्य बा लाेग। रालोमो के दीपक प्रकाश कवनो सदन के सदस्य नइखन, बाकी ऊ जल्दिये विधान परिषद में जइहें। 180 विधायक के अलावा कुछ विधान पार्षदो विस्तार के इंतजार में बा लोग।
पुरान मंत्रियन के ना मिलल मौका
भाजपा आपन सात गो पुरान मंत्रियन के अबकि बेर मौका नइखे देले। जदयू कवनो नया चेहरा सामिल ना कइलस। रालोमो आ लोजपा(आर) के तीन मंत्री जवन विभाग पवले बा लाेग, ऊ सब पहिले भाजपा के लगे रहे।
एनडीए में कैबिनेट बंटवारा के पुरान सूत्र के हिसाब से 20 सीट भाजपा आ 15 सीट जदयू के हिस्सा होखे के बा। एहमें मुख्यमंत्री के पद भी शामिल बा। एक पद हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के पास बा।
जदयू के 6, बीजेपी के 3 आउर मंत्री बने के संभावना
जदि हालात में कवनो बदलाव ना भइल त बचल नव सीटन में छव गो जदयू आ तीन गो भाजपा के हिस्सा में जा सकेला। अभी जदयू के बिजेंद्र प्रसाद यादव के लगे पांच विभाग, विजय चौधरी के लगे चार विभाग आ श्रवण कुमार-सुनील कुमार के लगे दु-दु विभाग बा। ओहि तरे भाजपा कोटा के विजय सिंह, मंगल पांडेय, नितिन नवीन आ अरुण शंकर प्रसाद के लगे दु-दु विभाग बा। नया मंत्री आवतही एह विभागन के फेरबदल हो सकेला।
भाजपा में स्वर्ण प्रतिनिधित्व घटल
पिछला कैबिनेट के मुकाबले भाजपा में ब्राह्मण आ भूमिहार समुदाय के प्रतिनिधित्व घटल बा। पहिले दुनु जाति से दु-दु गो मंत्री रहे लाेग, अब एक-एक बांचल बा लोग। नीतीश मिश्रा आ जीवेश मिश्रा के एह नया कैबिनेट में जगह ना मिलल। उमेद बा कि अगिला विस्तार में भाजपा एह जातियन के प्रतिनिधित्व बढ़ाई।
‘अतिथि विधायकन’ के इंतजार
जदयू कुछ अतिथि विधायकन के इंतजार में बिया। एह लोगन के महागठबंधन वाला दल से आवे के संभावना बा। जदि ई विधायक जदयू में आ गइल लोग तs पार्टी के संख्या भाजपा के बराबर भा एक-दुगो जादे हो सकेला। दल बदल के बदला में अतिथि विधायकन के मंत्री पद दिहल जा सकेला। जदि ई ना भइल तs बचल पद जदयू के अपना विधायकन के दे दिहल जाई।
कुल मिलाक बिहार में कैबिनेट के अगिला विस्तार राजनीतिक हलचल बढ़ा सकत बा आ कइयन गो विधायक अभियो आस में बइठल बा लोग।
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