तिलक लगावत घरी मत करी ई गलती, बढ़ जाई मुश्किल, जानीं तिलक लगावे के नियम

Minee Upadhyay
तिलक लगावे से कई गो फायदा के बात हिन्दू धार्मिक ग्रंथन में मिलल बा। तिलक लगावे से आदमी मानसिक संतुलन प्राप्त करेला आ एकरा के भगवान के कृपा आ सम्मान के प्रतीक भी मानल जाला। माथा पs जहाँ तिलक लगावल जाला ऊ जगह आज्ञा चक्र हs।  मानल जाला कि विचार के उत्पत्ति एही जगह से होला।  हमनी के विचार में स्थिरता आ पवित्रता के कायम राखे खातिर तिलक लगावे के परंपरा सदियन से चलत आ रहल बा। लेकिन तिलक लगावे के कुछ नियम बा, जवना के हमनी के ध्यान में राखे के चाही।  आज हम रउआ सभे के एह नियम के बारे में जानकारी देब।
तिलक लगावे के नियम
तिलक लगावे के नियम शास्त्र में बतावल गइल बा।  कवना अंगुरी से तिलक लगावल सही मानल जाला, एकरा बारे में विस्तार से बताईं।
•तर्जनी अंगुली (Index Finger)
तर्जनी के आधार पs बृहस्पति पर्वत बा।  बृहस्पति के देव गुरु कहल जाला आ एकरा के अमरता के प्रतीक भी मानल जाला।  एह से पूर्वज के श्राद्ध करत घरी तर्जनी से शरीर पs तिलक लगावे के चाहीं।  एकरा संगे तर्जनी से मृत शरीर पs भी तिलक लगावल जाला।  एह अंगुरी से कबो जिंदा आदमी पs तिलक मत करीं, एकरा के अशुभ मानल जाला।  अयीसन कईला से आपके संगे ओ लोग खातीर भी समस्या पैदा हो सकता।
•मध्यमा अंगुली (Middle Finger)
पौराणिक मान्यता के अनुसार हमनी के बीच के अंगुरी से अपना पs तिलक लगावे के चाहीं।  एह अंगुरी के जड़ भाग में शनि पर्वत बा आ ज्योतिष में शनि देव के न्याय, रक्षक आ अध्यात्म के कारक मानल जाला। अगर रउरा बीच के अँगुरी से अपना पs तिलक लगाईं तs राउर उमिर बढ़ जाला। इहे कारण बा कि आपन तिलक हमेशा बीच के अंगुरी से कइल जाला।
•अनामिका अंगुली (Ring Finger)
अंगूठी के संबंध सूर्य देवता से होला, काहें से कि एकरे आधार पs सूर्य पर्वत होला।  एह से देव-देवता के मूर्ति भा चित्र पs एह अँगुरी से तिलक लगावे के चाहीं। एकरा संगे धार्मिक समारोह के दौरान एs अंगुरी से भी तिलक कईल जाला।  अंगूठी के अँगुरी के अलावा अगर रउआ कवनो दोसरा अंगुरी से देव-देवता के चित्र पs तिलक लगाईब तs रउआ जइसन चाहत बानी ओइसन रिजल्ट ना मिली।
•अंगूठा (Thumb) 
अंगूठा के आधार पs शुक्र पर्वत बा आ शुक्र के सुख, वैभव आ समृद्धि के प्रतीक मानल जाला।  इहे कारण बा कि मेहमान के अंगूठा से तिलक लगावे के चाही।
•कनिष्ठा अंगुली (Little Finger)
 हाथ के सबसे छोट अंगुरी के प्रयोग तंत्र गतिविधि में होला।  एहसे तिलक एह अंगुरी से कवनो खास आदमी पs ना लगावल जाला।
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भोजपुरी पत्रकारिता में 2 साल से काम कइला के अनुभव। भोजपुरी में समाचार लिखे के गहिराह जानकारी के संगे फिलिम, मनोरंजन, स्पेशल स्टोरी आदि सेगमेंट्स के खबरन के पढ़े खातिर हमरा संगे बनल रही खबर भोजपुरी पs।