भक्तिमय सोमार: ‘श्रद्धा के सागर’ भोलेनाथ के उs मंदिर जवन आपन  वास्तुकला, अनोखा मूर्तिकला आ शांतिपूर्ण माहौल खातिर बा मशहूर

Minee Upadhyay
भक्तिमय सोमार: अखिलेश्वर महादेव

खबर भोजपुरी एगो सेगमेंट ले के आइल बा जवना में हर सोमार के दिने रउरा सभे अपना देश के कोना-कोना में बसल मंदिरन के जानकारी दी.

प्रयागराज में स्थित श्री अखिलेश्वर महादेव मंदिर खाली धार्मिक स्थल ना हs बल्कि भक्तन के इच्छा पूरा होखे के जगह भी हs।  महाकुंभ के समय इs मंदिर आस्था के केंद्र बन जाला, जहां सभे भगवान शिव से आपन हर इच्छा पूरा करे के प्रार्थना करेला।  चिन्मय मिशन द्वारा स्थापित ई मंदिर रहस्य आ शक्ति से भरल जगह हवे, जवन अपना वास्तुकला, अनोखा मूर्तिकला आ शांतिपूर्ण माहौल में निहित बा।  एह मंदिर के गजब के कहानी जानीं आ महाकुंभ के दौरान ई मंदिर सभका खातिर पवित्र स्थान काहे बन जाला।

मंदिर के इतिहास

ई मंदिर खाली एगो भव्य धार्मिक स्थल ना हs, बलुक एकर इतिहास भी ओतने रोचक बा।  एह मंदिर के निर्माण के काम 2004 में शुरू भइल आ 2009 में एकर पवित्रीकरण भइल।  मंदिर के वास्तुकला आ एकर ऐतिहासिक महत्व एकरा के एगो खास जगह देला।  एह मंदिर के डिजाइन शास्त्रीय वास्तुकला के अनुसार बनावल गइल रहे, जेकरा चलते ई खाली धार्मिक जगह ना बलुक वास्तुकला के एगो अद्भुत उदाहरण भी बन गइल।

शक्ति के चमत्कार आ गर्भगृह में शिव के प्रतिमा

अब बस कल्पना करीं, जब रउरा एह मंदिर के गर्भगृह में घुसब तs रउरा करिया संगमरमर से बनल एगो शिवलिंग लउकी.  ई शिवलिंग अद्भुत ऊर्जा के स्रोत हs, जवन भक्तन के ना खाली अपना ओर आकर्षित करेला, बलुक ओह लोग के दिल में शांति आ विश्वास के संचार भी करेला।  इहाँ स्थापित ध्यान मुद्रा में भगवान शिव के विशाल मूर्ति भी एगो चमत्कारी दृश्य बा।  जब भक्त लोग एह मूर्ति के देखेला तs लागेला कि पूरा ब्रह्मांड के शांति ओह लोग के भीतर घुस जाला।  करिया संगमरमर से बनल नंदी मंदिर के बहरी खड़ा होके भक्तन के ध्यान आ समर्पण के ओर प्रेरणा मिलेला।

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काहे ई मंदिर तीर्थयात्री लोग खातिर  बाटे जरूरी जगह?

वास्तुकला : मंदिर के शास्त्रीय वास्तुकला, गुलाबी आ सफेद संगमरमर के प्रयोग, आ करिया संगमरमर के शिवलिंग भक्तन के एगो अजीब दिव्य भाव देला।

आध्यात्मिक शक्ति : भक्त लोग के एह मंदिर में प्रवेश करत ही एगो अनूठा आध्यात्मिक ऊर्जा के एहसास होला।  इहाँ पूजा कइला से सब मनोकामना पूरा हो जाला आ भक्तन के मानसिक शांति मिलेला।

विशाल मूर्ति आ नंदी : ध्यान मुद्रा में भगवान शिव के विशाल मूर्ति आ नंदी के करिया संगमरमर के मूर्ति एह मंदिर के मुख्य आकर्षण बा।  एह मूर्तियन के दर्शन से मानव आत्मा के शांति आ ताकत मिलेला.

आध्यात्मिक अनुभव : इहाँ के शांति आ प्रकृति से भरल माहौल एगो अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करेला, जवन महाकुंभ के दौरान तीर्थयात्री लोग के एगो नया दिशा आ ऊर्जा देला।

श्री अखिलेश्वर महादेव मंदिर महाकुंभ के जरूरी अंग काहे बा ?

महा कुंभ के दौरान ई मंदिर एगो अइसन जगह बन जाला जहाँ भक्त लोग ना खाली आपन धार्मिक कर्तव्य निभावेला बलुक गहिराह आध्यात्मिक यात्रा पs भी निकल जाला।  इहाँ के वास्तुकला, मूर्ति आ शांतिपूर्ण माहौल महाकुंभ के दौरान तीर्थयात्री लोग खातिर एगो अनूठा अनुभव बन जाला।

श्री अखिलेश्वर महादेव मंदिर महाकुंभ के धार्मिक स्थल ही ना बल्कि एगो अद्भुत आध्यात्मिक यात्रा के अंग भी हs।  एह जगह के शांति, वास्तुकला, आ पूजा तीर्थयात्री लोग के दिल में हमेशा खातिर बस जाला।

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