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मलेरिया बेमारी, उपचार आ बचाव

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मलेरिया बेमारी, उपचार आ बचाव:

मलेरिया बीमारी गंदगी आ मादा एनोफिलिस मच्छर के काटे से होला। एहिसे एकरा से बांचल जरूरी बा।  एकरा से बांचे ला जरूरी बा कि सभे लोग साफ-सफाई के आछा तरे से खेयाल राखीं आ मादा एनोफिलीज मच्छर के डंक से बांचे ला सभे लोग मच्छरदानी सहित आउर संसाधनन के इस्तेमाल करे।

लक्षण:

मलेरिया के प्रमुख लक्षण ई बा कि निश्चित अंतराल से रोज एगो तय समे पs मरीज के बुखार आवेला। माथा में दरद आ मितली अइला के संगे कपकपी सहित जाड़ लागल प्रमुख बा। मरीज के हाथ-गोड़ में दरद के संगे कमजोरी महसूस होला।

इलाज:

जदि मरीज में ऊपर लिखल लक्षण सोझा आ रहल बा तs ओकर इलाज योग्य चिकित्सक से करावे के चाहीं। कुनैन के गोली एह रोग में फायदा पहुंचावेला। बच्चन आ गर्भवती महिला के ममिला में अलग से सावधानी के जरूरत होला। मरीज के सूखल आ गरम स्थान पs आराम करे दीं। कुनैन के कारण मरीज के मितली के संगे उल्टी आ सकत बा। एकरा कारण मरीज के निर्जलन के शिकायत हो सकत बा। इयाद राखीं मच्छर कटला के 14 दिन बाद मलेरिया के लक्षण सोझा आवेला।

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