चरचा में बा भोजपुरी में छपल बियाह के कार्ड, सोसल मीडिया पs एह पहल के सराह रहल बा लोग
चौरीचौरा के रामनगर कॉलोनी के रहनिहार देवेन्द्र नाथ तिवारी के बियाह के कार्ड हो रहल बा वायरल....
आज के दउरत-भागत जिनगी में जब लोग अपना गांव जवार के भाषा आ संस्कृति से दूर हो रहल बा अइसन में सोसल मीडिया पs जब कुछ खांटी आ भोजपुरिया संस्कृति के धरोहर लउकेला तs लोग खूब पसन करेला आ सोसल मीडिया पs ऊ अपने आप वायरल हो जाला। आज सोसल मीडिया पs अइसने एगो बियाह के कार्ड वायरल हो रहल बा जवन भोजपुरी में छपल बा।
भोजपुरी में बियाह के कार्ड के सराह रहल बा लोग
गोरखपुर से सटल चौरीचौरा के रहनिहार आ भोजपुरी के सेवा में बरिसन से लागल देवेंद्रनाथ तिवारी के बियाह के कार्ड जब भोजपुरी में छपल आ लोगन के हाथ में आइल, तs लोग सोसल मीडिया पs एह पहल के सराहत भोजपुरी के आगा बढ़ावे में सराहनीय डेग बता रहल बा।
भोजपुरी के चर्चित कवि जियाउल हक बियाह के कार्ड के अपना फेसबुक वाल पs लगवनी जवना पs रवि कान्त नाव के अकाउंट से कमेंट आइल, बहुते सुनर- ई होखें के चाहीं, अपना बोली अपना भाषा में आपन लोग के नेवता।
Bhojpuri: The Soul of Millions के ग्रुप में एह कार्ड के पोस्ट कइल गइल बा जहां कइयन गो लोग एह पहल के सराह रहल बा। संध्या तिवारी के अकाउंट से कमेंट में लिखल गइल बहुते सुनर आ सराहनीय कार्य खातिर बहुत बहुत धन्यवाद। श्रीनारायन सिंह अपना कॉमेंट में लिखनी- समाज में एगो नया चलन चलावे खातिर परिजन पुरजन आदर के पात्र बानी। जोगारी बाबा लिखले- वाह, इहे हs अपना भाषा खातिर समर्पण।
माही यादव अपना वाल पs लिखनी मातृभासा भोजपुरी में कार्ड देख के दिल खुस हो जात बा। अइसही कइयन लोग बियाह के कार्ड के अपना वाल पs शेयर कs रहल बा, जवना पs लोग कमेंट कs के एह डेग के सराह रहल बा।
भोजपुरी के विकास आ संवर्धन खातिर चर्चित बाड़े देवेन्द्र नाथ तिवारी
सोसल मीडिया पs एह डेग के सराहत लोग लिखलस- भोजपुरी के आगा बढ़ावे खातिर हरदम तइयार रहे आला देवेन्द्र नाथ तिवारी के एह पहल के हर भोजपुरिया के आगा बढ़ावे के चाहीं। गौर करे आला बात ई बा कि भोजपुरी के जवना एलिट वर्ग पs भोजपुरी से दूर होखे के आरोप लागेला ओह वर्ग के प्रतिनिधित्व करे आला आ मीडिया के क्षेत्र में आपन नाव बनावे आला देवेन्द्र नाथ तिवारी के अइसन कोसिस के भविष्य में लोगन के अपनवला के जरूरत बा जवना से लोग के भोजपुरी के लिखे, पढे आ बोले में सरम महसूस ना होखे आ लोग एकरा से जुड़ल रहे।
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