हम भगवान राम के साला हई, सीता हमार बहिन हई…! माटी के लेप लगा के धीरेन्द्र शास्त्री से मिले पहुंचे भक्त
बिहार में चलत धीरेन्द्र शास्त्री के कहानी में सीतामढ़ी जिला के एगो व्यक्ति भेस बदल के पहुंचल। ई व्यक्ति आपन नाम टुनटुन महाराज बतावत कहलस कि हम भगवान राम के साला हईं। माई जानकी हमार बहिन हई। एतने ना, इ व्यक्ति बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के भगवान राम के अवतार हउन कहलस।
बिहार के बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम के अंतिम दिन पहुंचल भारी भीड़। बाबा के झलक पावे खातिर भारी संख्या में भक्त इहाँ पहुंचले। एही बीच एगो आदमी धीरेंद्र शास्त्री से वेशभूषा बदल के मिले आईल। ऊ माई जानकी के आपन बहिन आ खुद के भगवान राम के साला कहत रहले। इ व्यक्ति बिहार के सीतामढ़ी जिला के निवासी ह।
सीतामढ़ी निवासी टुनटुन जी महाराज बिहार के नौबतपुर पहुंचले। माता जानकी के दीदी कहे । टुनटुन महाराज कहले कि उ भगवान राम के साला हवे। कथा प्रांगन में घूमते समय जय श्री राम का नारा लगवलस। टुनटुन महाराज अपना पूरा देह में माटी के पेस्ट लगावत रहले। एक हाथ में शंख के खोल वाला ढोल आ दूसरा हाथ में जयश्री राम के लिखल झंडा।
बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री के कहानी नौबतपुर में चलत रहे। कथा पंडाल में मौजूद लोग सेल्फी लेत रहले जबकि कुछ लोग आगे पीछे चलत-चलत जय श्री राम के नारा लगावत रहले। टुनटुन महाराज कहले कि हम सीतामढ़ी जानकी दीदी के जगह से आईल बानी। हम बागेश्वर बाबा से मिले आइल बानी। एह दौर में बाबा बन के आइल बागेश्वर बाबा में राम जी के निवास बा। उ जनता के प्रवचन दे रहल बाड़े। कवनो बात पे दुख मत करीं, समय अइला पे सब कुछ मिल जाई।
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