शीशम के संदूक में केसर के खुश्बू, जाए से पहिले जी20 के मेहमानन के का- का गिफ्ट मिलल!
भारत मंडप में जहाँ जी-20 शिखर सम्मेलन भइल रहे, ओहिजा विदेशी मेहमानन के आमने-सामने भारत के विशाल धरोहर आ सांस्कृतिक धरोहर के सामना करे के पड़ल। सम्मेलन खतम भइला के बाद मेहमानन के कवन उपहार मिलल?
जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत के राजधानी दिल्ली में दुनिया भर के विदेशी राष्ट्र प्रमुखन के गरमजोशी से स्वागत भइल। लला एह दौरान अलग-अलग देश के राष्ट्राध्यक्षन के खास ख्याल रखले रहले, भारत मंडपम जवना में जी-20 सम्मेलन के आयोजन भइल रहे, ओहिजा विदेशी मेहमानन के भारत के विशाल धरोहर आ सांस्कृतिक धरोहर के सामना करे के पड़ल रहे।
प्रस्थान के दौरान जी-20 के मेहमान के हाथ से बनल कलाकृति अवुरी भारतीय संस्कृति के उजागर करेवाला उत्पाद से बनल उपहार दिहल गईल। ई उपहार सदियन पुरान परंपरा आ भारतीय कलाकारन के बेजोड़ कारीगरी के उदाहरण बा। ई सब कुशल कारीगरन के हाथ से सावधानी से बनावल गइल रहे।
जी-20 में शामिल राष्ट्र प्रमुखन के भारत के ओर से एगो बक्सा भेंट कईल गईल। ई बक्सा शीशम के लकड़ी से बनल बा। जवना के कारीगर लोग अपना हाथ से उकेरले बा। कारीगर लोग शीशम के लकड़ी पs नक्काशी उकेरले बा, जवन कि एकरा मजबूती खातिर जानल जाला। एकरा अलावे ए बॉक्स पs पीतल के पट्टी लगावल गईल बा, जवना के चलते एकरा के अवुरी सुंदर बनावल जाता।
केसर के भारतीय संस्कृति आ सभ्यता में एकर अनोखा पाक आ औषधीय गुण खातिर महत्व दिहल गइल बा। ई प्रकृति के खजाना ह, ई भी दुर्लभ बा। कश्मीरी केसर विशिष्टता आ असाधारण गुणवत्ता के सही उदाहरण बा। ई केसर खास तौर पs विदेशी मेहमानन के उपहार में भी दिहल गइल बा।
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