पश्चिम बंगाल के दीघा घाट पs बनल जगन्नाथ मंदिर के आजु अक्षय तृतीया के मौका पs उद्घाटन कइल जाई. मंदिर में देवता के अभिषेक खातिर यज्ञ हवन शुरू हो गईल बा। ई मंदिर बारहवीं सदी के पुरी जगन्नाथ मंदिर के तर्ज पs बनल बा आ भगवान जगन्नाथ के उनकर भाई-बहिन बलभद्र आ सुभद्रा के साथे समर्पित कइल जाई। पुजारी लोग जानकारी देले बा कि एह मंदिर के ढांचा ही जगन्नाथ मंदिर निहन होई बालुक एs मंदिर के नियम कानून भी जगन्नाथ मंदिर के तर्ज पs होई। पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आजु एह मंदिर के उद्घाटन करीहें. मंदिर के निर्माण के पूरा खर्चा ममता सरकार के ओर से उठावल गईल बा।
आजु उद्घाटन कइल जाई
नवनिर्मित जगन्नाथ मंदिर के उद्घाटन से पहिले यानी प्राण प्रतिष्ठा (अभिषेक समारोह) से एक दिन पहिले 29 अप्रैल मंगल के यज्ञ शुरू हो गईल बा। अक्षय तृतीया के अवसर पs आजु दुपहरिया 3 बजे से 3.10 बजे के बीच मंदिर के औपचारिक उद्घाटन होखे वाला बा. एकरा बाद आम लोग मंदिर में जा सकेला। बता दीं कि दीघा रेलवे स्टेशन के लगे 22 एकड़ में पसरल इs परियोजना पश्चिम बंगाल सरकार साल 2022 में शुरू कईले रहे, जवना के अनुमानित लागत करीब 250 करोड़ रुपिया बा। एह मंदिर के निर्माण के पूरा खरचा ममता सरकार के उठावल बिया।
मंदिर के खास बात
20 एकड़ में फइलल मंदिर के निर्माण में राजस्थान के लाल पत्थर के इस्तेमाल भइल बा आ मंदिर के फर्श खातिर वियतनाम के संगमरमर के इस्तेमाल कइल गइल बा। ई मंदिर कलिंग वास्तुशिल्प शैली में बनल बा आ मंदिर के चोटी के ऊँचाई 65 मीटर बा। 2000 से अधिका कारीगर तीन साल तक मंदिर के निर्माण में काम कईले। 250 करोड़ रुपया के लागत से बनल एs मंदिर के उद्घाटन ममता बनर्जी करीहे। मंदिर परिसर में जगमोहन, भोग मंडप, गर्भगृह, नटमंदिर के संगे बहुत देवी-देवता के मूर्ति लगावल गईल बा। 18 चेहरा वाला 34 फीट ऊँच अरुण खंभा करिया पत्थर से बनल बा, जवना के ऊपर अरुण देवता के मूर्ति लगावल बा। एह मंदिर में अश्वदर, हस्तिद्वार, व्याघ्रद्वार, सिंहद्वार के निर्माण भइल बा।
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