Blinkit Strike: हड़ताल से दिल्ली-एनसीआर में सेवा भइल प्रभावित; आधा भइल डिलीवरी पार्टनर, ऑर्डर 30 फीसदी घटल

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जोमेटो के स्वामित्व वाली कंपनी ब्लिंकिट के आजुकाल्हु दिल्ली-एनसीआर में काम करे में चुनौती के सामना करे के पड़त बा। डिलीवरी पार्टनर के वेतन संरचना में बदलाव कईला के बाद कंपनी के सोझा इ स्थिति पैदा भईल बा। कंपनी अपना नाया भुगतान संरचना के तहत डिलीवरी पार्टनर के प्रति किलोमीटर के आधार पे भुगतान करे के बात कईले बिया। कंपनी के ए फैसला के कड़ा विरोध करत डिलीवरी पार्टनर हड़ताल पे चल गईल बाड़े। जबसे कंपनी डिलीवरी पार्टनर खातिर ई भुगतान संरचना लागू कइले बिया तबसे ब्लिंकिट के डिलीवरी पार्टनर में से लगभग आधा हिस्सा छोड़ दिहले बा। कंपनी के ए फैसला के बाद कुछ लोग जेप्टो, स्विगी अवुरी अमेजन जईसन प्लेटफॉर्म से जुड़ गईल बाड़े।

डिलीवरी पार्टनर के कमी के चलते कंपनी के समस्या के सामना करे के पड़ता

रिपोर्ट के मुताबिक, फिलहाल स्थिति इ बा कि डिलीवरी पार्टनर से नाराजगी के चलते कंपनी के अपना ग्राहक के समय पे डिलीवरी देवे में परेशानी होखता। अपना बाकी डिलीवरी पार्टनर के बरकरार राखे खातिर कंपनी फेर से अतिरिक्त प्रोत्साहन आ रेफरल बोनस के पेशकश कइले बिया। हालांकि एकरा बावजूद कंपनी डिलीवरी पार्टनर के हड़ताल से पहिले के मुक़ाबले 30% कम ऑर्डर देवे में सक्षम बिया।

ब्लिंकिट में नया भुगतान संरचना के खिलाफ पिछला महीना से विरोध प्रदर्शन शुरू हो गईल रहे। नया भुगतान संरचना में कहल गइल बा कि डिलीवरी पार्टनर के आपन टाइम स्लॉट बुक करे के पड़ी आ तय लक्ष्य के पूरा करे के पड़ी। हालांकि डिलीवरी पार्टनर के आरोप बा कि एहसे उनुकर कमाई में कमी आई। प्रसव के दौरान पहिला किलोमीटर के सफर करे खातिर न्यूनतम मजदूरी 25 रुपया के मांग करतारे।

ब्लिंकिट के सेवा के असर के चलते एकर प्रतिद्वंद्वी बिगबास्केट, जेप्टो अवुरी इंस्टामार्ट के दिल्ली-एनसीआर में रोजाना के ऑर्डर में 25%-50% के बढ़ोतरी भईल बा। ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के मुताबिक, सेवा में बाधा के चलते Q1FY24 में ब्लिंकिट के 1% राजस्व के नुकसान होखे के अनुमान बा। दूसर ओर ज़ोमेटो कहले बा कि ब्लिंकिट के डिलीवरी पार्टनर के हड़ताल के कंपनी के राजस्व पे 1% से भी कम असर पड़ी।

साभार- अमर उजाला

 

 

 

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