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का चीन के ‘विशाल’ बांध पृथ्वी के घुमाव के गति पs असर डाल रहल बा ? जान लीं कि असलियत का बा

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चीन में बनल विशाल थ्री गॉर्ज बांध के लेके एक बेर फेरु से चर्चा हो रहल बा। चर्चा हो रहल बा कि चीन में बनल विशाल बांध से पृथ्वी के घूमे के गति में बदलाव आइल बा कि ना? वायरल दावा के पीछे के सच्चाई : नासा के वैज्ञानिक लोग के पाता चलल बा कि प्राकृतिक आपदा आ चंद्रमा के असर जइसन घटना के चलते पृथ्वी के घूमे के गति में कबो-कबो उतार-चढ़ाव होखेला।

चीन हुबेई प्रांत के यांग्त्ज़ी नदी पर थ्री गॉर्ज डैम बनवले बा। एह बांध के पहिली बेर 1919 में चीन गणराज्य के अंतरिम पहिला राष्ट्रपति सन यात-सेन द्वारा यांग्त्ज़ी नदी के बाढ़ के नियंत्रित करे आ चीन के सत्ता के प्रतीक के रूप में प्रस्तावित कइल गइल। हालांकि एह बांध के बनावे में दशकन के समय लागल। अब जब ई बांध बन गइल बा तs कई मीडिया रिपोर्ट में ई दावा कइल जा रहल बा कि एह बांध से पृथ्वी के घुमाव पर असर पड़ेला।

का पृथ्वी के गति धीमा हो रहल बा?

अब सवाल बा कि का एहसे असल में पृथ्वी के घूर्णन में बदलाव आ रहल बा? मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ए बांध में समुद्र तल से 175 मीटर ऊपर पानी राखल बा। एकर वजन 39 खरब किलोग्राम से अधिका बा। अइसन स्थिति में जड़ता के क्षण के कारण ई भारी वजन पृथ्वी के घूर्णन पर असर डाल रहल बा। सरल शब्दन में कहल जाय तब कौनों पिंड अपना अक्ष से जेतना दूर होला, ओकर जड़ता के क्षण ओतने ढेर होला जे बदले में घूमे के गति के धीमा क देवेला।

जड़ता के क्षण का होला?

जड़ता के क्षण का होला? दरअसल ई कौनों पिंड के कोणीय त्वरण के प्रतिरोध के आवृत्ति के ब्यक्त करे वाली मात्रा हवे जे पिंड में मौजूद हर कण के द्रब्यमान के गुणनफल आ घूर्णन के अक्ष से ओकर दूरी के वर्ग के योग हवे। मीडियम के हवाला से एनडीटीवी रिपोर्ट में कहल गइल कि, समुद्र तल से ऊपर पानी के भारी द्रव्यमान से हमनी के पृथ्वी के जड़ता के क्षण बढ़ जाला, बाकी एकरा घुमाव में बदलाव महज 0.06 माइक्रोसेकंड के बा। माने कि हमनी के दिन अब मात्र 0.06 माइक्रोसेकंड के बा।

12 लाख लोग घर छोड़ के निकलल रहले

एह बांध के भी कुछ सकारात्मक प्रभाव पड़ल बा। एहसे बाढ़ पर काबू पावे आ भारी मात्रा में बिजली पैदा करे में मदद मिली। हालांकि एकरा निर्माण खातिर एक करोड़ बीस लाख लोग के घर बदले के पड़ल। जलाशय के कटाव से एकरा पानी में रहे वाली हजारन कीड़ा-मकोड़ा आ मछरी के प्रजाति प्रभावित भइल बाड़ी सऽ। एकरा अलावे एह बांध के निर्माण में 25 अरब डॉलर के लागत आवे के अनुमान बा, कुछ अनुमान त 37 अरब डॉलर तक पहुंचे के अनुमान बा।

नासा के वैज्ञानिक का कहत बाड़े?

निष्कर्ष में नासा के वैज्ञानिक लोग के पता चलल बा कि प्राकृतिक आपदा आ चंद्रमा के परभाव जइसन घटना के कारण पृथ्वी के घुमाव में कबो-कबो उतार-चढ़ाव होला। एह से चीजन के बड़हन योजना में बांध के कारण होखे वाला बदलाव अपेक्षाकृत महत्वहीन होला। हालाँकि, हमनी के एह तथ्य के नजरअंदाज ना क सके लीं कि थ्री गॉर्ज डैम अबतक ले के एकलौता मानव निर्मित चीज बा जेह में पृथ्वी के घूर्णन के एकल रूप से प्रभावित करे के क्षमता बा।

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