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राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के पांचवा दिन: आजु 20 जनवरी के का -का अनुष्ठान होंई, इहां जानीं

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अयोध्या में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के तैयारी अंतिम चरण में पहुंच गईल बा, पूरा मंदिर के सजावल जाता। रामलला के अभिषेक से पहिले के पहिला भव्य तस्वीर सामने आईल बा। ई तस्वीर रामलला के अभयारण्य में बईठावे से पहिले के ह। चित्र में श्री राम के चेहरा पs मधुर मुस्कान, माथे पs तिलक आ हाथ में धनुष-बाण लउकत बा। अब रामलला के बाल रूप के अस्थायी मंदिर से अभयारण्य में स्थानांतरित कs दिहल गईल बा।

आजु आ काल्हु अयोध्या में रामलला के दर्शन ना होखी, अब 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा के बाद ही दर्शन संभव होई। आज गर्भगृह के 81 कलश में भरल अलग-अलग नदी के पानी से शुद्ध कईल जाई। आजु वास्तु शांति संस्कार भी होई। एकरा अलावे रामलला के मूर्ति के भी आशीर्वाद दिहल जाई। एह सब के बीच मंदिर के फूल से सजावल जा रहल बा तs ओकरा के रोशनी से भी सजावल गईल बा। रोशनी के बाद मंदिर के आकार साफ-साफ देखाई देता।

ई कवनो मूर्ति ना हs बलुक एगो असली ब्रह्मांड 

रामलला के 51 इंच ऊँच मूर्ति पांच साल के लईका के छवि हs। एह करिया पत्थर के मूर्ति में रामलला के बाल रूप बा। कमल जइसन आँख ठीक ओइसने बा जइसन तुलसीदा के रामचरित मानस में बतावल गइल बा। रामलला एगो कमल के फूल पs खड़ा बाड़ी आ चेहरा पs बचकाना मुस्कान, एक हाथ में धनुष आ दोसरा हाथ में तीर बा। मूर्ति के चारो ओर सनातन धर्म के प्रतीक भी बा। भगवान राम के हिन्दू धर्म के त्रिमूर्ति में से एगो विष्णु के अवतार मानल जाला, एही से, रामलला के एह मूर्ति से शंख आ चक्र के आकृति उकेरल बा।

प्राण प्रतिष्ठा के दिव्य संस्कार 

22 जनवरी के होखे वाला एह आयोजन खातिर अभयारण्य के भव्य उत्सव से सजावल जा रहल बा। मंदिर के हर कोना में कई क्विंटल फूल से सजावल बा। अस्थायी मंदिर से मिलल रामलला के मूर्ति के भी नया मंदिर के अभयारण्य में जगह दिहल गईल बा। अभयारण्य में संस्कार लगातार जारी बा। अरणी मंथन से पैदा भइल आग से यज्ञशाला में हवन शुरू हो गइल बा। आजु 20 जनवरी के देश के अलग अलग नदी से ले आवल पानी से राम मंदिर के अभयारण्य के पवित्र कइल जाई। 81 कलश में भर के पानी ले आवल गइल बा, साथही ई वास्तु शांति अनुष्ठान भी आजु होई।

रामलला खातिर आईल 56भोग

22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला के प्रसाद दिहल जाई। 56 गो प्रसाद के ई थाली विशेष रूप से तइयार कइल गइल बा। इ भोग प्रसाद के रूप में भी भक्तन के बीच बाँटल जाई। अब हमनी के बस 22 जनवरी के इंतजार बा जब राम लला के इs दिव्य मूर्ति के कवनो खास समय पs अभिषेक होई।

 

 

 

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