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नियमित योग अभ्यास से हार्ट हेल्थ के दुरूस्त रखी, इहाँ बा ३ हार्ट हेल्दी योगासन

शरीर के स्वस्थ राखे खातिर योग जरूरी बा। आजु के युग में दिल के समस्या के कउनो उमर नइखे। योगाचार्य एकरा से बचे के टिप्स देले बाड़े।

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भारत देश पांच हजार साल पहिले योग के प्राप्ति कईले रहे। लेकिन भारतीय अब एकरा से दूर हो रहल बाड़े। रनिंग लाइफ में लोग आपन देह फिट रखे के भुला रहल बा। एकर नकारात्मक असर हमनी के शरीर पे हो रहल बा। हमनी के अपना शरीर के स्वस्थ राखे खातीर व्यायाम के मदद लेवे के होई। विशेषज्ञ के कहनाम बा कि योग कईला से 30 दिन के अंतराल में आपके ठीक होखे लागी। एकरा संगे शरीर के चौंका देवे के फायदा भी देखाई देवे लागी। एकर बेहतर असर महसूस करे खातिर 30 दिन के नियमित अभ्यास करे के पड़ेला।

इहाँ 3 आसन बा जवन आपके हार्ट हेल्थ के दुरूस्त रखी

चक्रासन

एह आसन के नियमित अभ्यास से हृदय से जुड़ल बेमारी में राहत मिलेला। एकरा संगे आंख के रोशनी भी बढ़ जाला। चक्रासन पाचन आ प्रजनन अंग के भी स्वस्थ राखेला। एकरा अलावे तनाव आ अवसाद के समस्या में राहत मिलेला। रोज दस मिनट तक एकरा के करे के पड़ेला।

अइसे करीं चक्रासन

•पीठ के बल लेट जाइ।

•घुटना के मोड़ लीं, अब एड़ी के नितंब के जतना करीब हो सके ओतना नजदीक ले आईं।

•अब हाथ उठा के कान के बगल में राखे के बा।

•एकरा बाद हाथ-गोड़ के मदद से शरीर के ऊपर उठावल जाला|

•शरीर के वजन के हाथ-गोड़ पे बराबर बांटल जाला।

२ -धनुरासन

इ आसन दिल के बेमारी आ दिल के दौरा से राहत देवे में कारगर बा। अयीसन कईला से अवसाद के लक्षण में राहत मिलेला। मोटापा कम करेला, मांसपेशी आ हड्डी के लचीला बनावेला। रोज एकरा के तीन मिनट के अंतराल में एक मिनट तक करे के चाही।

अइसे करी धनुरासन

•सबसे पहिले पेट के बल लेट के गोड़ के एक संगे मोड़ के पीठ मोड़ लीही।

•अब गोड़ के पैर के उंगली पकड़ लीं|

•एकरा बाद साँस ले के छाती उठाईं, जांघ के जमीन से ऊपर उठाईं।

•आगे देखी, मुँह पे मुस्कान लेके।

3 भुजंगासन

ई आसन हृदय रोग में राहत पावे खातिर कइल जाला। एकरा संगे इ छाती, फेफड़ा, कंधा, रीढ़, तनाव, साइटिका, प्रजनन तंत्र आदि में सुधार करेला। शुरुआती दिन में पांच मिनट के अंतराल में 30 सेकंड तक तीन बेर करे के सलाह दिहल जाला। अभ्यास के बाद समय के एक मिनट तक बढ़ावल जा सकता।

अइसे करीं भुजंगासन

•पेट पे सपाट लेट जाइ।

•अब दुनु हाथ के कान्ह के बराबर ले आइ। हथेली के फर्श पे घुमा दीं।

•पूरा शरीर के वजन हथेली प| डाल के, आ सांस लेवे के चाही। माथा उठा के पीछे के ओर खींच लीं।

•राउर मुद्रा साँप जइसन होखे के चाहीं जवना के हुड ऊपर बा| बेहतर संस्करण खातिर गर्दन के दाहिना आ बांया ओर घुमा के अपना शरीर के देखी ।

 

 

 

 

 

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