दमा के मरीज खातिर साँस लेवे के सबसे कारगर आसन मानल जाला। इ आसन ना सिर्फ चिंता आ मानसिक तनाव दूर करेला बालुक मन के शांत भी राखेला। भुजंगासन दमा के मरीज खातिर भी बहुत फायदेमंद मानल जाला।
दमा के रोग से पीड़ित लोग इ ३ योगासन क सकतारे। एहसे फेफड़ा मजबूत हो जाला आ सांस के बेमारी दूर हो जाई। आई जानल जाव कइसे कइल जाला-
अर्ध मत्स्येंद्रासन
ई त बइठ के कइल जाए वाला आसन ह। सबसे पहिले दंडासन में बईठ जाइ। अब बायां गोड़ मोड़ के दाहिना घुटना के ऊपर से ले आके जमीन पे राखी। दाहिना गोड़ के बायां कूल्हा के लगे जमीन पे राखीं, अब दाहिना हाथ के बायां गोड़ के ऊपर ले आईं आ बायां गोड़ के पैर के अंगूठा के पकड़ लीं। एह आसन से फेफड़ा में ऑक्सीजन बढ़िया से पहुँच जाला।
भुजंगासन
पेट के बल जमीन पे लेट के दुनो हथेली जमीन पे कंधा के बराबर राखी आ शरीर के कमर से नीचे जमीन पे राखी आ शरीर के जमीन से छाती से ऊपर उठा के पीछे ले जाईं। सामान्य मुद्रा में वापस आ गईल। इ मुद्रा सांस के समस्या से राहत देवे में मददगार साबित हो सकता।
सेतुबंधासन
शरीर के कमर से नीचे जमीन पे राखी आ जमीन पे थाली के दुनो हथेली के, देह के जमीन से छाती के ऊपर उठा के पीछे ले जाइ । सामान्य मुद्रा में वापस आ जाई । ई मुद्रा साँस के समस्या से राहत देवे में सहायक साबित हो सकेला।
अस्वीकरण: ई लेख खाली सलाह समेत सामान्य जानकारी देले। ई कवनो तरह से योग्य चिकित्सा राय के विकल्प नइखे। अधिक जानकारी खातिर हमेशा कवनो विशेषज्ञ आ अपना डॉक्टर से सलाह लीं। खबर भोजपुरी एह जानकारी के जिम्मेदारी नइखे लेत।
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