कोल्हान में हर साल पांच हजार से अधिका मानसिक मरीज बढ़ रहल बाड़े, लेकिन दुख के बात इ बा कि ओतने सुविधा में बढ़ोतरी नईखे भईल। रउरा ई जान के हैरान होखब कि कोल्हान प्रमंडल के आबादी लगभग 52 लाख बा, लेकिन मनोचिकित्सकन के संख्या मात्र तीन बा। अयीसना में आप अंदाज़ा लगा सकतानी कि मरीज के हालत कईसन होई।
जिला में एको मनोचिकित्सक नइखे
एतने ना, सरायकेला-खरसावां आ पश्चिम सिंहभूम जिला में एको मनोचिकित्सक नइखे। अकेले पूर्वी सिंहभूम जिला में तीन गो मनोचिकित्सक बाड़े। एहमें से दू गो परसुडीह स्थित सदर अस्पताल में आ एगो एमजीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तैनात बा। एह डाक्टरन पर भारी दबाव बा।
80 प्रतिशत मानसिक मरीज के इलाज ना होखेला
सदर अस्पताल, सेरैकेला-खरसावान के मनोचिकित्सक ओपीडी में मरीजन के देखे के साथे-साथे पी. उ सिंहभूम जिला में भी सेवा करे जात बाड़े। हालांकि मरीज के संख्या एतना जादा बा कि उनुकर इलाज नईखे होखत।
नेशनल हेल्थ मेंटल सर्वे के मुताबिक देश के 70 से 80 प्रतिशत मानसिक मरीज के इलाज ना होखेला। कोल्हान प्रमंडल में मानसिक मरीजन खातिर कवनो अस्पताल नइखे। साल 2012 में अस्पताल खोले के फैसला भईल रहे, लेकिन अबे ले इ अस्पताल नईखे खुलल।
पूर्वी सिंहभूम जिला के कवन प्रखंड में केतना नया रोगी
प्रखंड रोगी
बहरागोड़ा 96
बोड़ाम 04
चाकुलिया 24
धालभूमगढ़ 24
डुमरिया 41
घाटशिला 72
जुगसलाई 1,478
गुड़ाबांधा 8
मुसाबनी 110
पटमदा 51
पोटका 200
मरीज के बढ़े के कारण
मानसिक बेमारी के सबसे बड़ कारण तनाव होखेला। कामकाज के जगह पs तनाव कम करे के जरूरत बा। संगही कोरोना के बाद मरीज के संख्या में तेजी से बढ़ोतरी भईल बा।
कोरोना खतम हो गईल बा, लेकिन अबे तक लोग एकरा से ठीक नईखन भईल। केहू के आर्थिक नुकसान भइल बा तs केहू के नौकरी छूट गइल बा। एकरा संगे युवा लोग में शिक्षा अवुरी कैरियर के चिंता बढ़ गईल बा।
एह नंबर पs रउरा 24 घंटा सलाह ले सकेनी
मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ल कवनो परामर्श खातिर रउरा टोल फ्री नंबर 14416 आ 1800-89-14416 ले सकेनी। जादा तनाव के चलते मनोवैज्ञानिक समस्या पैदा हो सकता।
मानसिक रूप से बेमार मरीजन के संख्या लगातार बढ़ रहल बा। अयीसना में तनाव से बचे के तरीका खोजे के जरूरत बा। अगर कवनो तरह के लक्षण लउकत बा त ओकरा के बिल्कुल नजरअंदाज मत करीं।