Chhapra : बनियापुर गढ़देवी मंदिर में बन रहल बा 70 फुट ऊंचा पंडाल
छपरा बनियापुर: मुख्य बाजार में इस्थित गढ़देवी मंदिर परिसर में बनियापुर पूजा समिति के ओर से एगो भव्य पंडाल के निर्माण कइल जाता। जवना के तइयारी जोर शोर से चल रहल बा। पिछला कई हफ्ता से कारीगर लोग दिन-रात एह पंडाल के आकार देवे में लागल बा जवन लगभग 70 फीट ऊँच बा आ तीन हजार वर्ग फीट में फइलल बा। पांच दशक से मुख्य बाजार में इस्थित गढ़देवी मंदिर परिसर में बनियापुर पूजा समिति के ओर से दुर्गा पूजा बहुत धूमधाम से मनावल जाता। हर साल समिति अलग-अलग ऐतिहासिक स्थल के पूजा पंडाल के रूप में पेश कऽ के इलाका के लोग के घूमे खातिर आपन पहचान स्थापित करेले। पूजा समिति के अध्यक्ष संजय सिंह कहले कि करीब तीन लाख रुपया के लागत से बनत पंडाल अपने आप में काफी अनोखा आ मनोरम होई। जवना में मेन गेट के अलावा अउरी गेटो बनावल जा रहल बा। ताकि भक्त लोग के माई भगवती के दर्शन खातिर प्रवेश आ निकास के समय कवनो तरह के समस्या के सामना ना करे। पंडाल के सजावे खातिर एगो खास प्रकार के बल्ब खरीदल गइल बा। एकरा दूध निहन रोशनी के चलते एगो अनोखा परावर्तन देखाई दिही।
माँ दुर्गा के अलावा अन्य देवी-देवता के भव्य मूर्तियो देखे के मिली।
पूजा पंडाल में माँ दुर्गा आ महिषासुर के मूर्ति के अलावा माँ शारदा, बाधा नाशक माँ लक्ष्मी, गणेश, कार्तिकेय आदि के मूर्ति के समिति द्वारा स्थापित कइल जाला। फिलहाल मोतिहारी के मूर्तिकार मंटू अपना टीम के संगे मूर्ति निर्माण के काम समय पऽ पूरा करे में व्यस्त बाड़े। बता दी कि पूजा स्थल समेत मुख्य बाजार में सप्तमी से दशमी तक मेला के आयोजनो कइल जाला। जहां बनियापुर के अलावे अउरी प्रखंड से सैकड़न श्रद्धालु पंडाल के कारीगरी आ मूर्ति के सजावट देखे आवेले।
बनियापुर पूजा समिति में छह सौ से अधिक सदस्य बाड़े। मूर्ति के सजावट, सफाई, रोशनी, स्कर्टिंग के समुचित व्यवस्था करे में समिति के अध्यक्ष संजय सिंह, उपेंद्र यादव, सचिव सुरेश तिवारी, बिपुल तिवारी, देवेश मिश्रा, ज्ञानू श्रीवास्तव, सहदेव शर्मा, हरेन्द्र सिंह, संतोष रस्तोगी, कौशल रस्तोगी आदि सक्रिय सदस्य के रूप में पूजा स्थल पऽ अपना तन, मन आ धन के साथे लागल रहेले। पूजा समिति दुर्गा पूजा के दौरान पुरस्कारो दिहल जाला। एह दौरान चुनल प्रतिभागी के समिति के ओर से जारी कूपन खरीदला पs लकी ड्रॉ के माध्यम से पुरस्कार दिहल जाला। जवना में कई गो आकर्षक पुरस्कार शामिल बा।
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