Khabar Bhojpuri
भोजपुरी के एक मात्र न्यूज़ पोर्टल।

Holika Dahan: 24 आ 25 मार्च के जरी होली, बतावत बाड़े ज्योतिषाचार्य होलिका दहन के शुभ तिथि आ मुहुर्त

584

अब कुछे दिन बाचल बा रंग के त्योहार होली में। होलिका दहन के शुभ समय तय करे खातिर 19 मार्च के युवा पंडित परिषद के बइठक भइल जवना में सगरी धार्मिक विद्वान आ ज्योतिषी लोग सर्वसम्मति से 24 मार्च के रात 11.20 बजे होलिका दहन करे के फैसला कइल गइल।

पिछला कुछ साल से शहर में होलिका दहन के दिन आ समय के लेके भ्रम मचल बा। आखिर कवना दिन आ कवना समय होलिका जरावल शुभ होई बाकिर अब ई स्थिति एकदम साफ हो गइल बा। 19 मार्च के हनुमान गली खाई स्थित आचार्य सीपू जी महाराज के आवास पs युवा पंडित परिषद के बैठक भईल, जवना में शहर के बहुत विद्वान, धार्मिक गुरु अवुरी ज्योतिषी लोग भाग लेले अवुरी सभके बीच होलिका के कब होखे के चाही, ओकरा दिन अवुरी समय पs चर्चा भईल । जवना में आम सहमति बनल, तय भइल कि 24 मार्च अतवार के रात 11.20 बजे होलिका दहन कइल शुभ होई। एह पs सब विद्वान लोग एकमत रहले।

बैठक में आचार्य ऋषिगोपाल दीक्षित, सत्येश कुमार मिश्र, आचार्य मेघश्याम मिश्र, कैलाशचंद्र मिश्र, पुरुषोत्तम देव मिश्र, सुरेशचंद्र दीक्षित, विनोद मिश्र, सुनील गांगेय, लक्ष्मण दत्त गोस्वामी, राजेंद्र दीक्षित, डॉ. रामयश मिश्रोपाध्याय, पार्वती बल्लभ मिश्र, रामबल्लभ मिश्र, श्रीनाथ शास्त्री, गणेशचंद्र वशिष्ठ, ओमकारनाथ मिश्र, दाऊदयाल, धर्मेंद्र अग्रिहोत्री, गोपीनाथ मिश्र, पंकज शास्त्री, रामेश्वर मिश्र, सनत गोपाल दीक्षित, सीपू जी महाराज, अमित मिश्र, हेमेंद्र मिश्र, हिमांशु मिश्र, राजशेखर मिश्र, नितिन वेदपाठी, रवि शास्त्री, विशाल मिश्र, गिरधारी मिश्र, रामबाबूलाल शर्मा, मोहितदत्त शर्मा, श्याम बल्लभ, श्रीनाथ शास्त्री आदि विद्वान मौजूद रहले।

बीतल साल शहर में सुबेरे आ सांझ के भइल रहे होलिका दहन

पिछला साल शहर में सबेरे आ साँझ होलिका दहन भइल रहे। पिछला कई साल से शहर में होलिका दहन के दिन अवुरी दहन के शुभ समय के लेके विवाद चलता। कुछ साल पहिले विवाद एतना बढ़ गईल रहे कि शहर के धार्मिक विद्वान अवुरी गुरु लोग एकरा के सुलझावे खातीर कोतवाली सदर पहुंच गईल रहले। पिछला साल भी होलिका दहन के दिन आ समय के लेके बहुत बड़ विवाद भईल रहे। होलिका दहन शहर के कई इलाका में सबेरे आ कई इलाका में साँझ के भइल जवन शहर में बहुत चर्चा के विषय बनत रहे।

एह साल फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 24 मार्च के सबेरे 9:54 बजे से शुरू होखी आ अगिला दिने यानी 25 मार्च के रात 12:29 बजे ले चली। होलिका दहन 24 मार्च के बा। एह दिन होलिका दहन के सबसे बढ़िया शुभ समय 11:13 से 12:27 बजे ले होई। अइसना में होलिका दहन खातिर एक घंटा 14 मिनट के समय मिल जाई। ध्यान रहे कि होलिका दहन के पूजा खातिर नहाए के बिल्कुल जरूरी बा। नहइला के बाद जब होलिका दहन स्थल पs पूजा करे जाइब तs पूरब आ उत्तर के ओर मुँह कs के पूजा करीं। रोली-चावल के अलावा पूजा खातिर कच्चा कपास, गुलाल, बटाशा, गुड़, साबुत हरदी, कड़ा अनाज, मिठाई आ फल के चढ़ाई करीं आ अपना पूरा परिवार खातिर सुख, शांति आ स्वास्थ्य के आशीर्वाद पाईं।

 

 

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

Comments are closed.