कविता गणेश नाथ तिवारी‘विनायक’ के कलम से रचना “पसीनवे से बहल जाता भरल जवानी” Jun 14, 2024 झिल्लिये में खाना बा झिल्लिये में पानी पसीनवे से बहल जाता भरल जवानी।। अरब के कमाई पाके सभे अगराला खरचा फोटानी नही तनिको रोकाला बबुआ के झर गइल…
साहित्य भोजपुरी संगम के 172वीं में भोजपुरी के बल आ बेंवत पs भइल बतकही Jun 11, 2024 गोरखपुर। भोजपुरी संगम के 172वीं बइठकी रामनरेश शर्मा 'शिक्षक' के अध्यक्षता आ अवधेश 'नंद' के संचालन में खरैया पोखरा इस्थित संस्था कार्यालय में सम्पन्न…
साहित्य साहित्य: भोजपुरियांचल के नवहा कवि, गीतकार ‘गणेश नाथ तिवारी विनायक’ Jan 20, 2024 भोजपुरियांचल के नवहा कवि, गीतकार गणेश नाथ तिवारी विनायक जी के एगो रचना: रामलला के अजोधा जी में आगमन पs.. बाइस के होई पूजनवा हो सभे…
साहित्य ‘भोजपुरी संगम’ के 162 वीं ‘बइठकी’ सम्पन्न Aug 14, 2023 गोरखपुर: 'भोजपुरी संगम' के 162 वीं 'बइठकी' स्व.सत्तन जी के आवास पs, खरैया पोखरा, बशारतपुर, गोरखपुर में इं.राजेश्वर सिंह के अध्यक्षता आ चन्देश्वर…
कविता भोजपुरी कविता: उनकर आहट प्रिंस रितुराज दुबे के कलम से Apr 14, 2023 उनकर आह छन छन छनके आहट सुन के मन गचके जाने कवन राहे अहिये इहे सोच के मन खटके। आदत अइसन उनकर भइल बिना सोचे मन तरसे नासा केतना…
कविता “जाना” (मजदूर के गाथा) कविता प्रिंस रितुराज दुबे Mar 4, 2023 'जाना' ढो ढो के बोझा कान्ह बथल हाथे का आईल ये भईया | बड़का बड़का के सपना सजइनी ना लागल हाथे ठीक से खाहु क रुपईया | कार करत जब हार जाई…
कविता कविता: जनकवि कैलाश गौतम जी के कविता “बाबू आन्हर माई आन्हर” Dec 30, 2022 बाबू आन्हर माई आन्हर हमै छोड़ सब भाई आन्हर के-के, के-के दिया देखाई बिजुली अस भउजाई आन्हर॥ हमरे घर क हाल न पूछा भूत प्रेत…
साहित्य भोजपुरी संगम के 153 वीं ‘बइठकी के भइल आयोजन Nov 17, 2022 गोरखपुर। 'भोजपुरी संगम' के 153 वीं 'बइठकी' संस्कार भारती के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हरि प्रसाद सिंह के अध्यक्षता आ अवधेश शर्मा 'नन्द' के संचालन…
साहित्य तहरा के हम का बतलाई (भोजपुरी रचना)-दीपक सिंह के कलम से Sep 18, 2022 मौसम जाने का बा एहरी लागत बा कुछ फरका बदरी सबकुछ से कइसे बच पाएब कतना ले फइलाईं छतरी तहरा के हम का बतलाईं तू जानत हव बातिन सगरी उखरल बानीं…