गेहूं के निर्यात पs बैन के बाद अब चीनी के एक्सपोर्ट पs प्रतिबंध लगावे के तइयारी

Anurag Ranjan

Sugar Export Ban: गेहूं के निर्यात पs प्रतिबंध लगवला के बाद भारत सरकार चीनी (Sugar) के निर्यात पs प्रतिबंध लगावे के तइयारी कs रहल बिया। भारत में चीनी के बढ़त कीमतन के वजे से सरकार एकरा निर्यात के बैन करे के बारे में विचार कs रहल बिया। न्यूज चैनल ‘आज तक’ रायटर्स के हवाला से एगो रिपोर्ट में एकर दावा कइले बा।

घरेलू कीमतन में तेजी के वजे से लाग सकेला निर्यात पs बैन

रिपोर्ट के मोताबिक, घरेलू कीमतन में आइल तेजी के रोके ला सरकार चीनी के निर्यात पs प्रतिबंध लगा सकत बिया। पिछिला हफ्ता घरेलू जरूरतन के मद्देनजर गेहूं के निर्यात पs प्रतिबंध लगा दिहल गइल रहे। जदि चीनी के निर्यात पs प्रतिबंध ना लगावल गइल, तs बहुत संभव बा कि एह सीजन में चीनी के निर्यात के सीमित कs दिहल जाव।

निर्यात पs बैन ना लागल, तs सीमित हो सकत बा एक्सपोर्ट

रिपोर्ट में कहल जा रहल बा कि एह सीजन में सरकार चीनी के निर्यात के 10 मिलियन टन ले सीमित कs सकत बिया। बता दीं कि चीनी के उत्पादन के ममिला में भारत विश्व में पहिला नंबर पs बा। बाकिर, एकर निर्यात करे के ममिला में ई दुनिया में दूसरा नंबर पs आवेला। सबसे बेसी चीनी के निर्यात ब्राजील करेला।

18 मई ले भइल 75 लाख टन चीनी के निर्यात

सरकारी आंकड़न पs गौर कइल जाई, तs मालूम चली कि सितंबर में समाप्त होखे आला चालू विपणन वर्ष में 18 मई ले भारत 75 लाख टन चीनी के निर्यात कइले बा। बरिस 2020-21 में 70 लाख टन चीनी के निर्यात कइल गइल रहे। चीनी के निर्यात में पिछला कुछ बरिस में उछाल आइल बा। 2017-18 में भारत ने 6.2 लाख टन चीनी के निर्यात कइले रहे , जबकि 2018-19 में 38 लाख टन आ 2019-20 में 59.60 लाख टन चीनी के एक्सपोर्ट कइल गइल।

भारत के चीनी के सबसे बड़ खरीदार

भारत के चीनी के सबसे बड़े खरीदार देशन में इंडोनेशिया, श्रीलंका, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, संयुक्त अरब अमीरात, मलयेशिया के अलावे अफ्रीकी देश शामिल बा। बता दीं कि भारत में 80 फीसदी चीनी के उत्पादन उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र आ कर्नाटक में होला। बिहार, गुजरात, आंध्रप्रदेश, ओड़िशा, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, हरियाणा आ पंजाबो में चीनी के उत्पादन होला।

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सिविल इंजीनियर, भोजपुरिया, लेखक, ब्लॉगर आ कमेंटेटर। खेल के दुनिया से खास लगाव। परिचे- एगो निठाह समर्पित भोजपुरिया, जवन भोजपुरी के विकास ला लगातार प्रयासरत बा। खबर भोजपुरी के एह पोर्टल पs हमार कुछ खास लेख आ रचना रउआ सभे के पढ़े के मिली। रउआ सभे हमरा के आपन सुझाव anuragranjan1998@gmail.com पs मेल करीं।