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फोटो गलत एंगल से लिहल गइल, कवनो बदलाव ना भइल; राष्ट्रीय प्रतीकन के लेके मचल घमासान पs बोलले मूर्तिकार

राष्ट्रीय प्रतीक बहुते शुद्ध कांस्य से बनल बा जवना कुल वजन 9500 किलोग्राम बा। एकर ऊंचाई 6.5 मीटर बा। ई प्रतीक सम्राट अशोक के सारनाथ राजधानी में मवजूद प्रतीक के कॉपी हs।

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मंगर के विपक्षी दल आ कार्यकर्ता सरकार पs राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह बदले के आरोप लगवले। उ लोग तुरंत एकरा में बदलाव करे के मांग कईल। विपक्ष के कहनाम बा कि सरकार अशोक के भाग्य के ‘मोहक आ राजसी’ शेरन के जगह ‘उग्र शेरन’ के चित्रण कs के राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह बदल देले बिया। हालांकि, नयका संसद भवन के छत पs राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह बनावे वाला मूर्तिकार के कुछ आउर कहनाम बा। औरंगाबाद के मूर्तिकार सुनील देवरे एह राष्ट्रीय प्रतीक के बनवले बाड़े। ऊ मंगर के विपक्ष के आरोपन के खारिज करत कहले कि प्रतीक में कवनो बदलाव नईखे भईल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमार के राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह के अनावरण कईले।

राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह बहुते शुद्ध कांस्य से बनल बा जवना के कुल वजन 9500 किलोग्राम बा। एकर ऊँचाई 6.5 मीटर बा। ई प्रतीक चिन्ह सम्राट अशोक के सारनाथ राजधानी में मौजूद प्रतीक चिन्ह के प्रतिलिपि हs। टाइम्स नाउ से बातचीत में देवरे कहले कि, मूल प्रतीक चिन्ह 7 फीट ऊँच बा जबकि नाया चिन्ह करीब 7 मीटर (करीब 21 फीट) ऊँच बा। वायरल होखे वाला तस्वीर के जमीनी स्तर से लिहल गईल बा आ जब एकरा के ओ कोण से देखब तs एकर चरित्र बदलल देखाई देता। ऊ कहले कि, “हम सही तरीका से पढ़ाई कईला के बाद राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह बनवले बानी। हमरा के टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड के ओर से प्रतीक चिन्ह बनावे के काम दिहल गईल रहे आ हमरा सरकार से कवनो तरे के निरदेस ना मिलल।”

एकरा से पहिले लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ट्वीट कईले कि, नरेन्द्र मोदी जी, शेर के चेहरा देख लीही। एह में महान सारनाथ के मूर्ति के चित्रण हो रहल बा कि गिर के शेर के बिगड़ल स्वरूप हs। किरपा कs कर एकरा के देखीं आ जरूरत पड़ला पs एकरा के सुधार लीं।” विपक्ष मोदी पs संविधान के नियमन के तुरे आ समारोह में विपक्षी नेता लो के ना बोलवला खातिर निशाना सधलस।

सुनील से जब विपक्ष के आरोप के बारे में पूछल गईल कि का शेरन के मुंह जादे खुलल बा? एकरा पs ऊ कहले कि हमनी के एगो स्पष्ट ब्रीफ दिहल गईल रहे। एह विशाल अशोक स्तंभ के बनावे में हमनी के लगभग 9 महीना लागल। हमनी के सरकार से कवनो सीधा ठेका ना मिलल। हमनी के केहु के इशारा पs कवनो बदलाव नईखी कईले सs ई सारनाथ में मवजूद स्तंभ के प्रतिलिपि ह।

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