कविता अपना से अपनही के समझावल कला हऽ- अवनीश त्रिपाठी Aug 31, 2024 जज्बात के शब्दन में देखावल कला ह। अपना से अपनही के समझावल कला ह।। रुसे के त बिना बात रिसिया जाला लोग। खिसियाइल के जल्दी मनावल कला…
कविता भोजपुरी गजल: मनोज भावुक के दुगो गजल Oct 21, 2023 मनोज भावुक के गजल दर्द उबल के जब छलकेला गजल कहेलें भावुक जी जब-जब जे महसूस करेलें उहे लिखेलें भावुक जी टुकड़ा-टुकड़ा,…