कविता गणेश नाथ तिवारी‘विनायक’ के कलम से रचना “पसीनवे से बहल जाता भरल जवानी” Jun 14, 2024 झिल्लिये में खाना बा झिल्लिये में पानी पसीनवे से बहल जाता भरल जवानी।। अरब के कमाई पाके सभे अगराला खरचा फोटानी नही तनिको रोकाला बबुआ के झर गइल…
साहित्य साहित्य: भोजपुरियांचल के नवहा कवि, गीतकार ‘गणेश नाथ तिवारी विनायक’ Jan 20, 2024 भोजपुरियांचल के नवहा कवि, गीतकार गणेश नाथ तिवारी विनायक जी के एगो रचना: रामलला के अजोधा जी में आगमन पs.. बाइस के होई पूजनवा हो सभे…
कविता तीज के बरतिया (कविता) गणेश नाथ तिवारी ‘विनायक’ के कलम से Aug 29, 2022 हाथवा में मेंहंदी लगाइबि सेनुरा सजाइबि महावर लगाइबि हो करब निर्जल, तीज के बरतिया शिव के मनाइबि हो तीज के बरत, एहवात करे जग में पिया के…