बिजनेस डेस्क। भारतीय शेयर बाजार में साल 2025 के समापन उम्मेद के उल्था कुछ कमजोर संकेतन के संगे होत दिख रहल बा। मंगर के सुरुआती कारोबारी सत्र में दलाल स्ट्रीट पs बिकवाली के दबाव दिखल। एकरा से प्रमुख बेंचमार्क सूचकांक- सेंसेक्स आ निफ्टी सुस्त बनल बा। बाजार में एह गिरावट के मुख्य वजह साल के अंत में होखे वाला कम ट्रेडिंग वॉल्यूम आ बिदेसी संस्थागत निवेशकन (FIIs) के लगातार निकासी के मानल जा रहल बा।
सुरुआती कारोबार में 30 शेयरन वाला बीएसई सेंसेक्स 209.32 अंक गिरके 84,486.22 पs आ गइल। ओहिजा, 50 शेयरन वाला एनएसई निफ्टी 63.25 अंक गिरके 25,878.85 पs पहुंच गइल। जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वीके विजयकुमार कहलें कि साल के अंत के रुझान, हालांकि कमजोर बा, बाकिर बाजार के दिशा में कवनो बदलाव के संकेत नइखे देत।
बिदेसी पूंजी के निकासी के बाजार पs दिखल दबाव
बिदेसी निधियन के लगातार निकासी आ वैश्विक शेयर बाजारन में सुस्त रुझान के कारण निवेशकन के विश्वास पs प्रतिकूल प्रभाव पड़त दिखल। मंगर के सुरुआती कारोबार में शेयर बाजार के बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स आ निफ्टी में गिरावट आइल।
सेंसेक्स के 30 कंपनियन में से, इटरनल, इंटरग्लोब एविएशन, बजाज फिनसर्व, टाटा स्टील, अल्ट्राटेक सीमेंट आ कोटक महिंद्रा बैंक सबसे बड़ पिछड़े वालन में सामिल रहे। हालांकि, भारती एयरटेल, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अदानी पोर्ट्स आ रिलायंस इंडस्ट्रीज लाभ कमाये वाली कंपनियन में सामिल रहे।
एशियाई बाजारन में दिखल मिलल-जुलल रुख
एशियाई बाजारन में, हांगकांग के हैंग सेंग सूचकांक सकारात्मक दायरा में कारोबार करत रहे, जबकि दक्षिण कोरिया के कोस्पी, जापान के निक्केई 225 सूचकांक आ शंघाई के एसएसई कंपोजिट सूचकांक नीचे कारोबार करत रहे। सोमार के अमेरिकी बाजार गिरावट के संगे बंद भइल।
एक्सचेंज के आंकड़न के अनुसार, बिदेसी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) सोमार के 2,759.89 करोड़ रुपिया के शेयर बेचलें, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) 2,643.85 करोड़ रुपिया के शेयर किनल लोग। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.03 प्रतिशत बढ़के 61.96 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल हो गइल। सोमार के सेंसेक्स 345.91 अंक भा 0.41 प्रतिशत गिरके 84,695.54 पs बंद भइल। निफ्टी 100.20 अंक भा 0.38 प्रतिशत गिरके 25,942.10 पs आ गइल।







