GM होके जूता पॉलिश क रहल बाड़े विशाल जीत सिंह, कारण जानके हो जायेम हैरान
जरूरतमंद आ कमजोर लोगन के मदद खातिर लोग तरह-तरह से सहजोग करत बा लो। केहू चंदा जुटावेला, केहू सोशल मीडिया प मदद के अपील करत बा लो, केहू अपना जेब से खर्च करेला, त केहू कवनो आउर तरीका से जरूरतमंदन के मदद करेला।
बाकिर पटना में बिहार के समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित संस्था ‘सक्षम’ में जनरल मैनेजर के पद प काम करे वाला विशाल जीत सिंह के जरूरतमंदन के मदद करे के तरीका बहुते अलग बा।
विशाल जीत सिंह ना खाली अपना वेतन से कैंसर पीड़ितन के खातिर फंड देत बाड़ें बलुक जब उनकर साप्ताहिक अवकाश होला भा उनका समय मिलेला त ऊ जूता पॉलिश करे के सामान झोरी में रखके सरकारी दफ्तरन में पहुंच जालें, उहां ऊ लोगन के जूता पॉलिश करेले आ जवन कुछ रकम उनका मिलेला, ओकरा के ऊ कैंसर पीड़ितन खातिर दान क देवेलें।
डेढ़ साल से कर रहल बाड़े कैंसर पीड़ितन के मदद
विशाल जीत सिंह बीतल लगभग डेढ़ साल से कैंसर पीड़ितन के मदद कर रहल बाड़ें। ऊ पहिले अपना वेतन से कैंसर पीड़ितन के मदद करत रहले, अभियो करेले बाकिर अब आम लोगन के भागीदारी सुनिश्चित करे खातिर ऊ जूता पॉलिश क के पईसा इकट्ठा कर रहल बाड़ें। ताकि लोगन के ई ना लागे कि ऊ मुफ्त में पईसा देले बा लो।
सरकारी कार्यलयन के कैंपस में करेलें जूता पॉलिश
विशाल जीत सिंह छुट्टी के दिनन में घूम-घूम के सरकारी कार्यालयन के कैंपस में शू पॉलिश खातिर बइठे लें। लोगन के जूता पॉलिश करेलें। ओकरा बदला में उनका जवन कुछ पईसा मिलेला, ओकरा के ऊ कैंसर रिलीफ फंड में भेजेलें।
मां से मिलल प्रेरणा
विशाल जीत के कहनाम बा कि कैंसर मरीजन के मदद के प्रेरणा उनका अपना मां से मिलल रहे। ओहिजा, जूता पॉलिश करे में सरम अइला से जुड़ल सवाल प विशाल जीत के कहनाम रहे कि जब कवनो काम के कइला से इंसान के जान बच जाये त ओह काम के करे में सरम कइसन। पटना के लोग विशाल जीत सिंह के जूता पॉलिश क के कैंसर मरीजन खातिर रकम इकट्ठा करे के तारीफ करत बा।
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