जगन्नाथ पुरी मंदिर में 46 साल बाद निकलल खजाना, 4 आलमारी आ 3 संदूक में भरल रहे सोना ही सोना
ओडिशा के पुरी के महाप्रभु जगन्नाथ मंदिर के भीतरी रत्न भंडार में राखल खजाना बियफ़ें के निकालल गईल। एह काम खातिर राज्य सरकार के ओर से 11 सदस्यीय समिति बनावल गईल। सबेरे 9.15 बजे समिति के लोग भीतर गईले। बता दीं कि मंदिर के भीतर मिलल खजाना के अस्थायी मजबूत कक्ष में शिफ्ट कs दिहल गइल बा। एएसआई टीम मंदिर के तहखाना के मरम्मत करी। मरम्मत के बाद खजाना के पुरान कमरा में शिफ्ट कs दिहल जाई। बता दीं कि तीसरा कमरा में 4 गो अलमारी आ 3 गो संदूक मिलल बा। जगन्नाथ मंदिर खातिर बनल निगरानी समिति मंदिर में आगे के जांच खातीर सरकार के निर्देश के सिफारिश कईले बिया। पूर्व न्यायाधीश विश्वनाथ रथ सरकार से इs मांग कईले बाड़े ताकि जनता के भ्रम दूर हो सके।
भगवान जगन्नाथ के मंदिर में केतना खजाना बा?
भगवान जगन्नाथ के मंदिर के पहिला कमरा में 3.48 किलो सोना मिलल। दूसरा कमरा में 95.32 किलो सोना आ तीसरा कमरा में 50.6 किलो सोना मिलल बा। पहिला कमरा में 30.35 किलो चांदी मिलल। पहिला कमरा में मिले वाला सोना चांदी के इस्तेमाल अनुष्ठान में होला। दूसरा कमरा में 19.48 किलो चांदी मिलल। दूसरा कमरा आ सोना चांदी के इस्तेमाल परब-त्योहार में होला। तीसरे कमरा में 134.50 किलो चांदी मिलल। तीसरा कमरा में मिलल सोना चांदी के आज ले इस्तेमाल नईखे भईल।
रत्नगृह गईल निगरानी समिति के तीसरा कमरा में 6.50X 4 फीट के अलमारी अवुरी 3X4 फीट के संदूक मिलल। अबे ले कुल 9 संदूक अवुरी 4 अलमारी मिलल बा। बता दीं कि जगन्नाथ मंदिर के पहिला कमरा रोज पूजा खातिर खुलल रहेला। दूसरा कक्ष विशेष पूजा खातीर खुलेला, जबकि तीसरा कक्ष पछिला 46 साल से बंद रहे। बता दीं कि पूरा दुनिया में रहे वाला करोड़ों हिन्दू के संगे पूरा देश के नजर एs जगन्नाथ मंदिर पs टिकल बा। मंदिर के तीनों कमरा में लागल सभ हीरा, गहना, सोना चांदी के अस्थायी मजबूत कक्ष में शिफ्ट कs दिहल गईल बा। निगरानी समिति चाहत बिया कि ओह लोग के अइसन उपकरण दिहल जाव जेहसे कि मंदिर परिसर में कवनो दोसर कमरा भा तहखाना के पता लगावल जा सके. संगही तहखाना अवुरी सुरंग के लेके लोग के बीच भ्रम पसरल जा रहल निगरानी समिति के अध्यक्ष बतवले। एहसे समिति खजाना गिने से पहिले एकरा के हटावल चाहत बिया.
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