घरे में मृत मिलली सिंगर वाणी जयराम:पद्म भूषण से अभी पिछले महीना भईल रहली सम्मानित, 77 साल के उमीर में भईल निधन; 10 हजार से बेसी गाना गवले रहली
घरे में मृत मिलली सिंगर वाणी जयराम:पद्म भूषण से अभी पिछले महीना भईल रहली सम्मानित, 77 साल के उमीर में भईल निधन; 10 हजार से बेसी गाना गवले रहली
हाले में पद्म भूषण से सम्मानित कइल गईल दक्षिण के मशहूर सिंगर वाणी जयराम के 77 साल के उमिर में आजु निधन हो गइल। मीडिया रिपोर्ट्स के मोताबीक, बहुत समय पहिले उनका माथा में चोट लागल रहे, जवना के चलते उ ओहि बेरा से बेमार चलत रहली। शनिचर के एकदम भोरे उ चेन्नई स्थित अपना घर में मृत पावल गईंली। अभी ले उनका मउत के कारन स्पष्ट नइखे हो पावल।
19 गो भाषा में 10,000 से बेसी गाना गवली
वाणी जयराम साउथ के फेमस प्लेबैक गायिका रहली । 1945 में तमिलनाडु के वैल्लोर में उनकर जनम भईल रहे वाणी के असली नाम कलैवानी रहे। वाणी अपना करियर में तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मलयालम, हिंदी, उर्दू समेत 19गो भाषा में 10 हजार से बेसी गाना गवले रही। बता दीही कि कुछ बेर पहिलहिं वाणी अपना करियर के 50 साल पूरा कइले रहली।
‘मेरे तो गिरधर गोपाल’ खातिर मिलल रहे फिल्मफेयर
वाणी बॉलीवुड के भी कई गो बेहतरीन गाना देले रहली। साल 1980 में वाणी के मीरा फिल्म के, मेरे तो गिरधर गोपाल… गाना खातिर फिल्मफेयर अवॉर्ड से सम्मानित कइल गइल रहे। गुड्डी फिल्म में उनकर गावल गाना “बोले रे पपीहरा… “ गीतो बहुते मशहूर भईल रहे। एकरा अलावा साल 1991 में उनका के संगीत पीठ सम्मान से भी नवाजल गइल रहे, वाणी ई सम्मान पावे वाली सबसे कम उमिर के गायिका रहली । तवना घरी उनकर उमीर 46 साल रहे।
वाणी एमएस इलैयाराजा, आरडी बर्मन, केवी महादेवन, ओपी नैय्यर आ मदन मोहन जइसन दिग्गज कंपोजर के संगे काम कइले रहली। उ अपना करियर के शुरुआत फिल्म स्वपनम से कइले रहली।
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