पहिला यायावरी शिखर सम्मान प्रकाश उदय जी के दीहल जाइ
गोरखपुर: ईश्वर बृज फाउंडेशन के तहत संचालित भोजपुरी स्टोरी टेलिंग ऐप यायावरी वाया भोजपुरी के पहिला शिखर सम्मान के घोषणा बुध के ऐप के फेसुबक पेज पs हर हफ्ता होखे वाला बुधवारी बइठकी में कइल गइल। बइठकी के दौरान एह सम्मान के चयन खातिर चुनल गइल पैनेल के अध्यक्ष डॉ० प्रमोद कुमार तिवारी जी एकर घोषणा करत कहनी की डॉ० प्रकाश उदय जी के नाम के घोषणा करत अनघा खुशी हो रहल बा। उहाँ के डॉ० प्रकाश उदय जी के बारे में बतावत कहनी की भोजपुरी कविता आ कहानी के दुनिया में डॉ० प्रकाश उदय जी एगो सशक्त हस्ताक्षर बानी।
एह सम्मान के घोषणा करे से पहिले संस्था के सदस्य आ बइठकी के मोडरेटर श्री वैभव मणि त्रिपाठी जी बतवनी कि ईश्वर बृज फाउंडेशन आ यायावरी वाया भोजपुरी हर साल यायावरी शिखर सम्मान दिही। जवना के तहत मान पत्र आ 21 हजार रुपिया के सम्मान राशि प्रदान कइल जाई।
बता दीं कि 20 अगस्त 1964 के बनारस उत्तर प्रदेश में जनमल डॉ० प्रकाश उदय जी हिन्दी आ भोजपुरी साहित्य के दुनिया में कविता आ आलोचना खातिर जानल जानी। इहाँ के कविता ‘आहो आहो’, ‘चुप्पे चोरी बदरा एक पार से, जाड़े में आसाढे से परल बाड़ें, देखते मनवा लोभी, धरहरिया, नेवता-हकारी, पंचर के दुकान, परवल गाथा, भउजी माने झगरी, रंग ए बनारस आ आलोचना में ‘शेखर: एक जीवनी’प्रदेय एवं प्राप्ति आ लेख भोजपुरी कविता का परिदृश्य खासा चरचा में रहल बा।
देस के जानल-मानल प्रकाशन राजकमल आपन पहिला भोजपुरी किताब के रूप डॉ० प्रकाश उदय जी के काव्य संग्रह “अरज निहोरा” के प्रकाशन कइले बा। डॉ० प्रकाश उदय जी के नाम के घोषणा के संगही लोगन के बधाई आ शुभकामना संदेश सुरु हो गइल।
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