‘अंगुली में डसले बिया नगीनिया हो सइयां के बुलाई द’ जइसन प्राच्य धुन के गीतन के रचयिता पंडित महेन्द्र मिश्र सिर्फ नाम खाली गीतकार के रूप में ना बलुक एगो महान संगीतकार के रूप में भी चर्चित रहल बाड़े। इनके गीतन के धुन भारत में ना बलुक फिजी , मारिशस, सूरीनाम, नीदरलैंड, त्रिनिदाद, गुयाना में भी मशहूर बा। महेन्द्र मिश्र स्वाधीनता संग्राम में अंग्रेज शासन के चुनौती देवे वाला लोग के मदद कके , नोट छाप के आ आर्थिक मदद कके अपना खातिर एगो अलग पहचान बनवले रहले। अब महेन्द्र मिश्रा के बायोपिक जल्दिए बने जा रहल बा।
निर्देशक रंजन सिंह छोटका परदा के जानल मानल निर्देशक हउवें। नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से डिप्लोमा पूरा कइला के बाद रंजन सिंह शेखर कपुर के फिल्म ‘बैंडिट क्वीन’ में सहायक निर्देशक के रूप में आपन कैरियर शुरू कइलन। संजय खान के धारावाहिक ‘जय हनुमान’ में रंजन सिंह के सबसे बड़का मौका मिलल। एह धारावाहिक में रंजन सिंह पहिला सहायक निर्देशक के रूप में शामिल भइलें आ बाद में संजय खान उनुका काम से प्रभावित होके निर्देशन के जिम्मेदारी उनुका के सौंप दिहलन।
निर्देशक रंजन सिंह अबले करीब 93 गो धारावाहिक के निर्देशन कइले बाड़न जवना में एकता कपूर के धारावाहिक शामिल बा। आजुकाल्ह रंजन सिंह एकता कपूर के शो ‘बेकाबू’ के निर्देशन करत बाड़न। अबहीं ले ऊ ‘ये हैं चाहतें’, ‘स्वराज’, ‘कांटेलाल एंड सन्स’, ‘नागिन’ ‘कवच 2’, ‘प्यार की कसौटी’, ‘विघ्नहर्ता गणेश’, ‘बेवफा से वफा’,’थपकी प्यार की’, ‘महाराणा प्रताप’, ‘मेरी आशिकी तुमसे है’, ‘कुमकुम भाग्य’, ‘जगजननी मां दुर्गा’, ‘माता की चौकी’, ‘अगले जनम मोहे बिटिया ही कीजो’ आ ‘रावण’ जइसन कई गो धारावाहिक के निर्देशन कइले बाड़न।
रंजन सिंह के अपना के शिक्षक कहल पसंद बा। ऊ हमेशा नया कलाकारन के लेबे खातिर आगे रहेलें आ ओहमें मौजूद कलाकार के बेहतरीन तरीका से संवार के सामने ले आवे के पूरा कोशिश करेलें। महेन्द्र मिश्रा के बायोपिक के बारे में रंजन सिंह कहले कि बहुत दिन से तैयारी चलत बा, जल्दिए आधिकारिक तौर पs एकर घोषणा करीहे।