जयंती विशेष  

कैलाश गौतम जी के बेर-बेर नमन

Thick Brush Stroke

  8 जनवरी     1944

कैलाश गौतम के भोजपुरी कविता

Tilted Brush Stroke

सिर फूटत हौ, गला कटत हौ, लहू बहत हौ, गान्ही जी देस बंटत हौ, जइसे हरदी धान बंटत हौ, गान्ही जी

गान्ही जी

अमवसा क मेला ई भक्ति के रंग में रंगल गाँव देखा धरम में करम में सनल गाँव देखा अगल में बगल में सगल गाँव देखा अमवसा नहाये चलल गाँव देखा॥

अमवसा के  मेला

Green Leaf Shape

बाबू आन्हर माई आन्हर हमै छोड़ सब भाई आन्हर के-के, के-के दिया देखाई बिजुली अस भउजाई आन्हर॥

बाबू आन्हर माई आन्हर

चाल सुधारा चाल सुधारा बरखा रानी चाल सुधारा कब्बौ झूरा कब्बौ बाढ़ केसे केसे लेईं राढ़ खेतवन से बस दुआ बंदगी खरिहनवन से भाई चारा॥

चाल सुधारा चाल सुधारा