माता के 51 शक्तिपीठ, दर्शन भर कइलही से पूरा हो जाला हर मनोकामना
अइसे त साल भर में चार नवरात्र मनावल जाला, जेमें चैत्र, शारदीय अउर दू गुप्त नवरात्रि शामिल बा। लेकिन चैत्र अउरी शारदीय नवरात्रि के दौरान भक्तन के उछाह अलगही होला। माता के भक्त नवरात्रि के बेसब्री से इंतजार करतने। एह दौरान ऊ माता के मंदिर जा के उनके दर्शन करेने अउरी आशीर्वाद बनवले रखले के प्रार्थना करेने।
51 शक्तिपीठ सूची
बता देईं कि देशवे नाइ, बलुक आसपास के देश में भी माता के शक्तिपीठ बा, जहवाँ दर्शन कइले मात्र से व्यक्ति के कल्याण होला। माता के कुल 51 शक्तिपीठ बा अउरी एहसे जुड़ल पौराणिक कथा भी बा। राजा दक्ष प्रजापति के बेटी सती के मृत शरीर ले ले के भगवान शिव तांडव करत घूमे लागेने। अइसन स्थिति देख के भगवान विष्णु अपने चक्र से सती के मरल शरीर के टुकड़ों में काट देलें। माता सती के शरीर के अंग अउरी आभूषण जहां-जहां गिरल, उहां माता के शक्तिपीठ बनल। आजु एह लेख के जरिये जानल जाई सब 51 शक्तिपीठ के नाम अउर उनके जगह के बारे में।
1. किरीट शक्तिपीठ
किरीट शक्तिपीठ पश्चिम बंगाल के हुगली नदी के तट लालबाग कोट पर बा। इहां माता सती के किरीट यानी शिराभूषण आ कि मुकुट गिरल रहे। इहां शक्ति विमला चाहे भुवनेश्वरी अउरी भैरव संवर्त के पूजल जाला।
2. कात्यायनी शक्तिपीठ
ई पीठ वृन्दावन, मथुरा के भूतेश्वर में बा। कात्यायनी वृन्दावन शक्तिपीठ में माता सती के केशपाश गिरल रहे। इहां देवी कात्यायनी अउरी भैरव भूतेश के पूजल जाला।
3. करवीर शक्तिपीठ
करवीर शक्तिपीठ महाराष्ट्र के कोल्हापुर में बा। एह शक्तिपीठ में माता के त्रिनेत्र गिरल रहे। इहां के शक्ति महिषासुरमदिनी अउरी भैरव क्रोधशिश हवे। एह स्थान के महालक्ष्मी के निज निवास मानल जाला।
4. श्री पर्वत शक्तिपीठ
एह शक्तिपीठ के ले के विद्वानन के मत में अंतर बा। दरअसल कुछ विद्वान लोग के मानल बा कि एह पीठ का मूल स्थल लद्दाख ह, उहवें कुछ लोग मानेने कि ई असम के सिलहट में बा। एह स्थान पर माता सती के दक्षिण तल्प यानी कनपटी गिरल रहे। इहां के शक्ति श्री सुन्दरी अउरी भैरव सुन्दरानन्द जी हवें।
5. विशालाक्षी शक्तिपीठ
ई शक्तिपीठ उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी के मीरघाट पर स्थित बा। एह स्थान पर माता सती के दाहिना कान के मणि गिरल रहे। इहां के शक्ति विशालाक्षी अउरी भैरव काल भैरव हवें।
6. गोदावरी तट शक्तिपीठ
आंध्रप्रदेश के कब्बूर में गोदावरी तट पर ई शक्तिपीठ मौजूद बा। मानल जाला कि इहां माता के वामगण्ड यानी बायां गाल गिरल रहे। इहां के शक्ति विश्वेश्वरी चाहे रुक्मणी अउरी भैरव दण्डपाणि हवें।
7. शुचीन्द्रम शक्तिपीठ
शुची शक्तिपीठ तमिलनाडु के कन्याकुमारी के त्रिसागर संगम स्थल पर स्थित बा। एह जगह पर सती माता के मतान्तर से पिछला भाग गिरल रहे। इहां के शक्ति नारायणी अउरी भैरव संहार चाहे संकूर हवे
8. पंच सागर शक्तिपीठ
एह शक्तिपीठ के कौनो निश्चित स्थान के जानकारी नाइ बा लेकिन मानल जाला कि इहां माता के नीचे के दांत गिरल रहे। इहाँ के शक्ति वाराही अउरी भैरव महारुद्र हवे।
9. ज्वालामुखी शक्तिपीठ
ज्वालामुखी शक्तिपीठ हिमाचल प्रदेश के काँगड़ा में स्थित है। यहां माता सती की जीभ गिरी थी। यहां की शक्ति सिद्धिदा व भैरव उन्मत्त हैं।
10. भैरव पर्वत शक्तिपीठ
एह शक्तिपीठ के स्थान के ले के विद्वानन में मतभेद बा। कुछ लोग गुजरात के गिरिनार के निकट भैरव पर्वत के त कुछ मध्य प्रदेश के उज्जैन के निकट क्षिप्रा नदी तट पर वास्तविक शक्तिपीठ मानेलें, जहां माता के ऊपर के ओठ गिरल रहे। इहां के शक्ति अवन्ती अउरी भैरव लंबकर्ण हवे।
11. अट्टहास शक्तिपीठ
अट्टहास शक्तिपीठ पश्चिम बंगाल के लाबपुर में स्थित बा। इहां माता के अध्रोष्ठ यानी नीचे के होंठ गिरल रहे। इहां के शक्ति फुल्लरा अउरी भैरव विश्वेश हवे।
12. जनस्थान शक्तिपीठ
महाराष्ट्र नासिक के पंचवटी में जनस्थान शक्तिपीठ स्थित बा। एह स्थान पर माता के ठुड्डी गिरल रहे। इहां के शक्ति भ्रामरी अउरी भैरव विकृताक्ष हवे।
13. कश्मीर शक्तिपीठ या अमरनाथ शक्तिपीठ
जम्मू-कश्मीर के अमरनाथ में स्थित एह शक्तिपीठ में माता के कण्ठ गिरल रहे। इहां के शक्ति महामाया अउरी भैरव त्रिसंध्येश्वर हवे।
14. नन्दीपुर शक्तिपीठ
पश्चिम बंगाल के सैन्थया में स्थित एह शक्तिपीठ में देवी के देह का कण्ठहार गिरल रहे। एह स्थान के शक्ति नन्दनी अउरी भैरव निन्दकेश्वर हवे।
15. श्री शैल शक्तिपीठ
आंध्रप्रदेश के कुर्नूल के पास श्री शैल का शक्तिपीठ बा। एह जगह पर माता के गटई गिरल रहे। इहां के शक्ति महालक्ष्मी अउरी भैरव संवरानन्द अथवा ईश्वरानन्द हवें।
16. नलहटी शक्तिपीठ
पश्चिम बंगाल के बोलपुर में नलहटी शक्तिपीठ स्थित बा। एह स्थल पर माता के उदरनली गिरल रहे। इहां के शक्ति कालिका अउरी भैरव योगीश हवें।
17. मिथिला शक्तिपीठ
एकरे निश्चित स्थान के लेके मतभेद बा। अलग अलग मत के अनुसार तीन स्थान पर मिथिला शक्तिपीठ बतावल जाला। मानल जाला कि नेपाल के जनकपुर, बिहार के समस्तीपुर अउरी सहरसा में माता के बाया कंधा गिरल रहे। इहां के शक्ति उमा चाहे महादेवी अउरी भैरव महोदर हवें।
18. रत्नावली शक्तिपीठ
एकर निश्चित स्थान अज्ञात बा। मानल जाला कि रत्नावली शक्तिपीठ तमिलनाडु के चेन्नई में कहीं स्थित बा। एह जगह पर माता के दक्षिण स्कंध गिरल रहे। इहां के शक्ति कुमारी अउरी भैरव शिव हवें।
19. अम्बाजी शक्तिपीठ
गुजरात जूनागढ़ के गिरनार पर्वत के शिखर पर माता के पेट गिरल रहे। एह स्थान पर देवी अम्बिका के भव्य मंदिर हवे। इहां के शक्ति चन्द्रभागा अउरी भैरव वक्रतुण्ड हवे।
20. जालंधर शक्तिपीठ
ई शक्तिपीठ पंजाब के जालंधर में स्थित बा। एह स्थान पर माता के बाया स्तन गिरल रहे। इहां के शक्ति त्रिपुरमालिनी अउरी भैरव भीषण हवें।
21. रामागिरि शक्तिपीठ
एह शक्तिपीठ के स्थान के लेके भी मतभेद बा। कुछ लोग ई उत्तर प्रदेश के चित्रकूट त कुछ मध्यप्रदेश के मैहर में एकर स्थान मानेलें। एह जगह पर माता के दाहिना स्तन गिरल रहे। इहां के शक्ति शिवानी अउरी भैरव चण्ड हवें।
22. वैद्यनाथ शक्तिपीठ
वैद्यनाथ शक्तिपीठ झारखंड के गिरिडीह, देवघर में स्थित बा। इहां के शक्ति जयदुर्गा अउरी भैरव वैद्यनाथ हवे। अइसन मान्यता बा कि इहां पर सती के दाह-संस्कार भइल रहे।
23. वक्त्रेश्वर शक्तिपीठ
ई शक्तिपीठ पश्चिम बंगाल के सैन्थया में स्थित हवे। एह स्थान पर माता के मन गिरल रहे। इहां के शक्ति महिषासुरमर्दिनी अउरी भैरव वक्त्रानाथ हवे।
24. कन्याकुमारी शक्तिपीठ
कण्यकाश्रम शक्तिपीठ तमिलनाडु के कन्याकुमारी के तीन सागर हिन्द महासागर, अरब सागर अउरी बंगाल के खाड़ी के संगम पर स्थित हवे। एह जगह पर माता के पीठ गिरल रहे। इहां के शक्ति शर्वाणि नारायणी अउरी भैरव निमषि चाहे स्थाणु हवे।
25. बहुला शक्तिपीठ
बहुला शक्तिपीठ पश्चिम बंगाल के कटवा जंक्शन के निकट केतुग्राम में स्थित बा। इहां माता के बाया बाह गिरल रहे। इहां के शक्ति बहुला अउरी भैरव भीरुक हवे।
26. उज्जयिनी शक्तिपीठ
उज्जयिनी हरसिद्धि शक्तिपीठ मध्य प्रदेश के उज्जैन के पावन क्षिप्रा के दूनों तटों पर स्थित बा। इहां माता के कोहनी गिरल रहे। इहां के शक्ति मंगल चण्डिका अउरी भैरव मांगल्य कपिलांबर हवे।
27. मणिवेदिका शक्तिपीठ
गायत्री मंदिर के नाम से मशहूर ई शक्तिपीठ राजस्थान के पुष्कर में स्थित बा। इहां माता के कलाई गिरल रहे। इहां के शक्ति गायत्री अउरी भैरव शर्वानन्द हवें।
28. प्रयाग शक्तिपीठ
ई उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में स्थित हवे। एह जगह पs माता के हाथ के अगुरी गिरल रहे। एकरे स्थान के ले के मतभेद बा। एके अक्षयवट, मीरापुर अउर अलोपी स्थान पर गिरल मानल जाला। तीनों शक्तिपीठ के शक्ति ललिता अउरी भैरव भव हवें।
29. उत्कल शक्तिपीठ
ई स्थान उड़ीसा के पुरी अउर याजपुर में मानल जाला। इहां माता के नाभि गिरल रहे। एह शक्तिपीठ के शक्ति विमला अउरी भैरव जगन्नाथ पुरुषोत्तम हवे।
30. कांची शक्तिपीठ
कांची शक्तिपीठ तमिलनाडु के कांचीवरम् में स्थित बा। एह जगह पर माता के कंकाल शरीर गिरल रहे। इहां के शक्ति देवगर्भा अउरी भैरव रुरु हवें।
31. कालमाधव शक्तिपीठ
एह शक्तिपीठ के बारे कौनो निश्चित स्थान पता नाइ बा। मानल जाला कि इहां माता के बाया नितम्ब गिरल रहे। इहां के शक्ति काली अउरी भैरव असितांग हबे।
32. शोण शक्तिपीठ
मध्य प्रदेश के अमरकंटक के नर्मदा पर मन्दिर शोण शक्तिपीठ स्थित हवे। इहां माता दाहिना नितम्ब गिरल रहे। एक अन्य मान्यता के अनुसार बिहार के सासाराम के ताराचण्डी मंदिर ही शोण तटस्था शक्तिपीठ हवे। इहां सती के दाहिना आँख गिरल रहे। इहां के शक्ति नर्मदा चाहे शोणाक्षी अउरी भैरव भद्रसेन हवे।
33. कामाख्या शक्तिपीठ
ई मशहूर शक्तिपीठ असम गुवाहाटी के कामगिरि पर्वत पर स्थित बा। इहाँ माता के योनि गिरल रहे। इहां के शक्ति कामाख्या अउरी भैरव उमानन्द हवें।
34. जयंती शक्तिपीठ
जयंती शक्तिपीठ मेघालय के जयंतिया पहाडी पर स्थित हवे। एह स्थान पर माता के बाया जंघा गिरल रहे। इहां के शक्ति जयंती अउरी भैरव क्रमदीश्वर हवे।
35. मगध शक्तिपीठ
बिहार के राजधनी पटना में स्थित पटनेश्वरी देवी के ही मगध शक्तिपीठ मानल जाला। एह जगह पर माता के दाहिना जंघा गिरल रहे। इहां के शक्ति सर्वानन्दकरी अउरी भैरव व्योमकेश हवें।
36. त्रिस्तोता शक्तिपीठ
त्रिस्तोता शक्तिपीठ पश्चिम बंगाल के जलपाइगुड़ी के शालवाड़ी गांव में तीस्ता नदी पर स्थित ह। इहां माता के बाया गोड़ गिरल रहे। इहां के शक्ति भ्रामरी अउरी भैरव ईश्वर हवें।
37. त्रिपुरी सुन्दरी शक्तिपीठ
माता के दक्षिण पाद त्रिपुरा के राध किशोर ग्राम में गिरल रहे अउरी ओही जगह पs त्रिपुरा सुन्दरी शक्तिपीठ मौजूद हई। इहां के शक्ति त्रिपुर सुन्दरी अउरी भैरव त्रिपुरेश हवें।
38. विभाषा शक्तिपीठ
विभाषा शक्तिपीठ पश्चिम बंगाल के मिदनापुर के ताम्रलुक ग्राम में स्थित बा। एह स्थान पर माता के बाया टखना गिरल रहे। इहां के शक्ति कपालिनी, भीमरूपा अउरी भैरव सर्वानन्द हवें।
39. कुरुक्षेत्र शक्तिपीठ
हरियाणा के कुरुक्षेत्र जंक्शन के निकट द्वैपायन सरोवर के पास कुरुक्षेत्र शक्तिपीठ बा। एके श्रीदेवीकूप भद्रकाली पीठ के नाम से भी जानल जाला। एह पवित्र स्थान पर माता के दाहिना चरण गिरल रहे। इहां के शक्ति सावित्री अउरी भैरव स्थाणु हवें।
40. युगाद्या शक्तिपीठ, क्षीरग्राम शक्तिपीठ
युगाद्या शक्तिपीठ पश्चिम बंगाल के बर्दमान जिला के क्षीरग्राम में बा। इहां सती माता के दाहिना चरण के अंगूठा गिरल रहे। इहां के शक्ति जुगाड़या अउरी भैरव क्षीर खंडक हई।
41. विराट अम्बिका शक्तिपीठ
यह शक्तिपीठ राजस्थान के गुलाबी नगरी जयपुर के वैराटग्राम में स्थित है। माता सती के दाहिने पैर की अंगुलियां यहां गिरी थीं।। यहां की शक्ति अंबिका तथा भैरव अमृत हैं।
42. कालीघाट शक्तिपीठ
कालीमन्दिर के नाम से विख्यात ई शक्तिपीठ पश्चिम बंगाल, कोलकाता के कालीघाट में स्थित बा। इहां माता के दाहिना पैर के अंगूठा के छोड़ 4 ठो दूसर अगुरी गिरल रहे। इहां के शक्ति कालिका अउरी भैरव नकुलेश हवें।
43. मानस शक्तिपीठ
मानस शक्तिपीठ तिब्बत के मानसरोवर तट पर स्थित बा। एह स्थान पs माता के दाहिना हथेली गिरल रहे। इहां के शक्ति द्राक्षायणी अउरी भैरव अमर हवें।
44. लंका शक्तिपीठ
माता सती के पायल श्रीलंका में स्थित लंका शक्तिपीठ वाले स्थान पर गिरल रहे। इहां के शक्ति इन्द्राक्षी अउरी भैरव राक्षसेश्वर हवें। एह शक्तिपीठ के सही स्थान के निश्चित नाइ बा।
45. गण्डकी शक्तिपीठ
गण्डकी शक्तिपीठ नेपाल में गण्डकी नदी के उद्गम स्थल पर मौजूद ह। इहां माता सती के दाहिना गाल गिरल रहे।। इहां शक्ति गण्डकी अउरी भैरव चक्रपाणि हवें।
46. गुह्येश्वरी शक्तिपीठ
गुह्येश्वरी शक्तिपीठ नेपाल के काठमाण्डू में पशुपतिनाथ मंदिर के निगचवे बा। एह स्थान पर माता सती के दूनों घुटना गिरल रहे। इहां के शक्ति महामाया अउर भैरव कपाल हवे।
47. हिंगलाज शक्तिपीठ
हिंगलाज शक्तिपीठ पाकिस्तान के बलूचिस्तान राज्य में बा। इहां माता के ब्रह्मरन्ध्र (सिर के ऊपरी भाग) गिरल रहे। इहां के शक्ति कोट्टरी अउरी भैरव भीमलोचन हवें।
48. सुगंध शक्तिपीठ
बांग्लादेश के खुलना में सुगंध नदी के तट पर उग्रतारा देवी के शक्तिपीठ स्थित बा जहवाँ माता के नासिका गिरल रहे। इहां के देवी सुनन्दा (मतांतर से सुगंधा) हई अउरी भैरव त्रयम्बक हवें।
49. करतोया शक्तिपीठ
करतोयाघाट शक्तिपीठ बंग्लादेश के भवानीपुर के बेगड़ा में करतोया नदी के तट पर स्थित बा। एह जगह पर माता के वाम तल्प गिरल रहे इहां देवी अपर्णा रूप में अउरी शिव वामन भैरव रूप में वास करेने।
50. चट्टल शक्तिपीठ
चट्टल शक्तिपीठ बंग्लादेश के चटगांव में स्थित बा। ई उ स्थान ह जहां माता के दाहिना बाँह गिरल रहे। इहां के शक्ति भवानी अउरी भैरव चन्द्रशेखर हवें।
51. यशोर शक्तिपीठ
माता के यशोरेश्वरी शक्तिपीठ बांग्लादेश के जैसोर खुलना में स्थित बा। इहां माता के बाया हथेली गिरल रहे। इहां के शक्ति यशोरेश्वरी अउरी भैरव चन्द्र हवें।
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